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UCO Bank ने ग्राहकों के खाते में भेजे 820 करोड़ रुपये.... 79% आए वापस, लेकिन अभी भी फंसे हैं 171 करोड़

UCO Bank की ओर से इस संबंध में केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) से भी शिकायत की गई है और मामले में हस्तक्षेप की मांग की गई है. ट्रांसफर की गई रकम में से 649 करोड़ रुपये बैंक की रिकवरी हो चुकी है, जबकि 171 करोड़ रुपये वापस पाने के प्रयास किए जा रहे हैं.

यूको बैंक ने टेक्निकल गड़बड़ी का दिया हवाला यूको बैंक ने टेक्निकल गड़बड़ी का दिया हवाला
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 17 नवंबर 2023,
  • अपडेटेड 12:31 PM IST

यूको बैंक (UCO Bank) में लापरवाही का एक बड़ा मामला सामने आया है. हाल ही में बैंक ने गलती से ग्राहकों के अकाउंट में 820 करोड़ रुपये ट्रांसफर कर दिए. मामले का पता चलते ही बैंक की ओर से आनन-फानन में रिकवरी का प्रोसेस शुरू किया गया. लेकिन खास बात ये है कि यूको बैंक ने ग्राहकों के खातों में भेजी गई रकम में से 79 फीसदी तो वापस पा लिए हैं, लेकिन अभी भी 171 करोड़ रुपये की बड़ी रकम की रिकवरी के प्रयास किए जा रहे हैं. 

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649 करोड़ रुपये की हो चुकी वापसी
बिजनेस स्टैंडर्ड पर छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक, यूको बैंक ने इसके पीछे टेक्निकल गड़बड़ी को जिम्मेदार ठहराया है. बैंक की ओर से कहा गया है कि तत्काल भुगतान सेवा (IMPS) में तकनीकी गड़बड़ी के बाद ये बड़ी रकम ट्रांसफर हुई है. बैंक के पास वापस आई रकम 649 करोड़ रुपये है. हालांकि, UCO Bank MD और CEO की ओर से इस बारे में कोई टिप्पणी नहीं की गई है कि क्या ये किसी तरह का साइबर अटैक था. 

10 से 13 नवंबर तक टेक्निकल गड़बड़ी
UCO Bank की ओर से इस संबंध में केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) से भी शिकायत की गई है और मामले में हस्तक्षेप की मांग की गई है. बैंक के मुताबिक, उसके आईएमपीएस चैनल ने 10 नवंबर से 13 नवंबर तक आंतरिक तकनीकी गड़बड़ी का सामना किया, जिसके बाद ऐहतियात के तौर पर बैंक ने इसे ऑफलाइन मोड पर डाल दिया. हालांकि, इस मामले में अन्य पहलुओं पर भी विचार-विमर्श चल रहा है और वास्तविकता का पता लगाने की कोशिश की जा रही है. 

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IMPS सर्विस को इस तरह समझें
तत्काल भुगतान सेवा यानी IMPS दरअसल, बैंक की ओर से दी जाने वाली वो सर्विस होती है जिसके जरिए लोगों को इंटरनेट और फोन बैंकिंग के माध्यम से तुरंत पैसे ट्रांसफर करने की सुविधा मिलती है. रियल टाइम लेनदेन होने के कारण ज्यादातर लोग इस पेमेंट सर्विस का ही इस्तेमाल करते हैं. हालांकि इस सर्विस के जरिए रकम ट्रांसफर करने के लिए बैंक की ओर से एक लिमिट भी सेट की जाती है, जिससे ज्यादा रकम का लेन-देन नहीं होता है. इस मामले में बैंक की ओर से आईएमपीएस प्लेटफॉर्म में सभी सिस्टम सुचारू रूप से काम करने की बात भी कही गई है.  

बैंक के शेयर पर दिखा घटना का असर 
यूको बैंक में सामने आई इस लापरवाही का असर Bank Stock पर भी देखने को मिला और गुरुवार को इस घटना के सामने आने के बाद ये लाल निशान पर बंद हुआ. गुरुवार को शेयर बाजार (Share Market) में कारोबार खत्म होने के बाद UCO Bank Share 1.1 फीसदी गिरकर 39.39 रुपये पर क्लोज हुआ था. वहीं शुक्रवार को भी इसमें बाजार खुलते ही गिरावट देखने को मिली. खबर लिखे जाने तक सुहब 9.30 बजे तक ये स्टॉक 1.40 फीसदी की गिरावट के साथ 38.80 रुपये के लेवल पर ट्रेड कर रहा था.

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(नोट- शेयर बाजार में किसी भी निवेश से पहले अपने मार्केट एक्सपर्ट्स की सलाह जरूर लें.)

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