
Wholesale inflation: सरकार और रिजर्व बैंक के लिए महंगाई के मोर्चे पर एक बार फिर चिंताजनक खबर आई है. अक्टूबर 2021 महीने में थोक मूल्य सूचकांक आधारित महंगाई (WPI inflation) 12.54 फीसदी तक पहुंच गई है. यह मई के बाद का अब तक का सबसे ऊंचा स्तर है.
सितंबर महीने में थोक महंगाई 10.66 फीसदी थी. तक खाद्य कीमतों में कुछ नरमी की वजह से महंगाई का आंकड़ा थोड़ा नरम था. इसके पहले मई 2021 में थोक महंगाई 13.11 फीसदी की ऊंचाई तक गई थी.
इस दौरान तिलहन की कीमतों में 26.39 फीसदी, पेट्रोल की कीमत में 64.72 फीसदी और डीजल की कीमत में 71.68 फीसदी की बढ़त हुई. इस दौरान एलपीजी की कीमत में 54.3 फीसदी की बढ़त हुई है.
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय द्वारा सोमवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक, अक्टूबर 2020 में थोक महंगाई महज 1.31 फीसदी थी. लेकिन यह आंकड़ा तब का है, जब कोरोना की वजह से इकोनॉमी लगभग ठप थी.
क्यों बढ़ी महंगाई
अक्टूबर में महंगाई की यह तेजी मुख्य रूप से तिलहन, पेट्रोल-डीजल, एलपीजी आदि की ऊंची कीमतों की वजह से है. मंत्रालय ने अपने बयान में कहा, 'अक्टूबर 2021 में महंगाई की ऊंची दर मुख्यत: इस वजह से है कि खनिज तेलों, बेसिक मेटल, खाद्य उत्पादों, कच्चा तेल एवं प्राकृतिक गैस, रसायन एवं रसायन उत्पाद आदि की कीमतों में इजाफा हुआ.'
अक्टूबर 2021 के दौरान कच्चे तेल एवं गैस की कीमतों में 9.48 फीसदी, खाद्य वस्तुओं की कीमतों में 5.05 फीसदी की बढ़त हुई. इस दौरान गैर खाद्य वस्तुओं की कीमतों में 4.59 फीसदी की गिरावट आई है.
अब भी है महंगाई की मार
गौरतलब है कि नवंबर में भी महंगाई में बाजारों में तेजी दिख रही है. त्योहारों का सीजन खत्म हो जाने के बाद भी अभी तक महंगाई खत्म होने का नाम नही ले रही है. टमाटर के दाम आसमान को छू रहे हैं. तो वहीं, प्याज के दाम आम आदमी के आंसू निकल रहे हैं. आम सब्जियों के दाम भी तेजी के साथ बढ़ते जा रहे हैं. महंगाई की मार लोगों पर साफ नजर आ रही है.