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शेयर मार्केट में बिकेगी आपकी जमीन! IIT कानपुर विकसित कर रहा तकनीक

शेयर मार्केट में जमीन की बिक्री शुरू होने वाली है. इसके लिए IIT कानपुर एक तकनीक पर काम कर रहा है, जिसकी मदद से शेयर बाजार में जमीनों की बिक्री संभव हो पाएगी. कहा जा रहा है कि इससे अवैध कब्जे की समस्या को कम किया जा सकता है.

शेयर मार्केट में बिकेगी जमीन. शेयर मार्केट में बिकेगी जमीन.
सिमर चावला
  • कानपुर,
  • 09 दिसंबर 2022,
  • अपडेटेड 7:45 PM IST

आने वाले समय में आप अपनी जमीन को भी शेयर मार्केट (Share Market) में बेच पाएंगे. आईआईटी कानपुर (IIT Kanpur) इसके लिए तकनीक विकसित कर रहा है. IIT Kanpur द्वारा तैयार की जा रही ब्लॉक चैन टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करने वाला केडीए पहला गवर्नमेंट अथॉरिटी है. कानपुर डेवलपमेंट अथॉरिटी (KDA) के वाइस चेयरपर्सन अरविंद सिंह ने इस तकनीक की खासियत मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र से बताई. उन्होंने प्रेजेंटेशन में अवगत कराया कि इस तकनीक के जरिए शहरवासियों को भी बड़ी राहत मिलेगी. सार्वजनिक इस्तेमाल की जमीन को सुविधानुसार शेयर मार्केट में जमीन मालिक बेच सकेंगे या जमीन ट्रांसफर कर सकेंगे.

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आईआईटी विकसित कर रहा तकनीक

आईआईटी इस समय केडीए का नॉलेज पार्टनर है और वही इस तकनीक को विकसित कर रहा है. कानपुर विकास प्राधिकरण द्वारा प्रदेश में किए जा रहे इस कार्य को देश की सात बेहतर प्रैक्टिस वर्क के लिए चयनित किया गया है. प्रदेश में केडीए ही इस तकनीक की पहल कर रहा है. बुधवार को भारत सरकार के वित्त मंत्रालय द्वारा चर्चा के लिए मुख्य सचिव, प्रदेश के प्रमुख सचिव आवास एवं शहरी नियोजन को पत्र जारी किया गया था.

ब्लॉक चेन बेस्ड ट्रेडिंग पोर्टल

केडीए वीसी ने लखनऊ में किए गए प्रेजेंटेशन में बताया कि अगर किसी योजना के क्रियान्वयन में ऐसी जमीन दिखेगी, जो सार्वजनिक उपयोग की है मगर उसका स्वामित्व निजी जमीन मालिक के पास है तो उसका मूल्यांकन हो सकेगा. यह प्रमाण पत्र ट्रांसफरेबल होगा. ब्लॉक चेन बेस्ड ट्रेडिंग पोर्टल फॉर कैप्चरिंग टीडीआर के बारे में उन्होंने विस्तार से बताया.

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आईआईटी-कानपुर के तत्वावधान में संचालित ब्लॉक चेन टेक्नोलॉजी के उपयोग से छेड़छाड़ या किसी भी अवैध प्रवेश को रोका जा सकेगा. प्राधिकरण की संपत्तियों के दस्तावेज व धोखाधड़ी जैसी स्थिति कम हो जाएगी. 

अवैध कब्जे की समस्या में आएगी कमी

वित्त मंत्रालय द्वारा पूरे देश से 7 सरकारी महकमे से सात ऐसी प्रैक्टिसेज का चयन किया गया है, जिसने लोगों के लिए बेहतरीन काम किया है. इसमें केडीए द्वारा आईआईटी की तकनीक को इस्तेमाल करने के लिए शाबाशी मिली है. इसमें जमीनों की ओनरशिप और अवैध कब्जे की समस्या को काफी हद तक निपटाया जा सकेगा. 

 

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