
यस बैंक मनी लॉन्ड्रिंग मामले (Yes Bank Money Laundering Case) में मुंबई की सत्र अदालत ने बैंक के पूर्व एमडी और सीईओ राणा कपूर और अवांता ग्रुप के गौतम थापर को जमानत दे दी है. थापर मामले में सह-आरोपी हैं. राणा कूपर को अदालत ने दिल्ली में एक बंग्ले के सौदे में 300 करोड़ रुपये से अधिक की कथित मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में जमानत दी है. इसके लिए प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने पिछले महीने ही चार्जशीट दायर की थी.
जेल से बाहर नहीं आएंगे कपूर
संबंधित मामले में जमानत मिलने के बावजूद राणा कपूर और गौतम थापर जेल से बाहर नहीं आएंगे. इसकी वजह इसी केस से जुड़े एक अन्य मामले में उनकी न्यायिक हिरासत का अभी बरकरार रहना है.
बंग्ले के सौदे में मनी लॉन्ड्रिंग
कपूर और थापर को जिस मामले में जमानत मिली है. दरअसल ये मामला दिल्ली के अमृता शेरगिल मार्ग पर एक बंग्ले के सौदे में कथित मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़ा है. इस बंग्ले को राणा कपूर की पत्नी बिंदू कपूर के मालिकाना हक वाली एक कंपनी को बेचा गया था. इस संबंध में सीबीआई ने पिछले साल मुंबई में अलग से एक मामला दर्ज किया था. बाद में सीबीआई की एफआईआर के आधार पर प्रवर्तन निदेशालय ने इस मामले की जांच की और मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया.
इससे पहले आज दिन में कपूर ने दिल्ली हाईकोर्ट से उनकी बैंक को हुए 466.51 करोड़ रुपये के नुकसान से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में स्पष्टीकरण की मांग की थी. पिछले महीने सुनवाई अदालत ने कपूर को जमानत देने से मना कर दिया गया था.
ये है यस बैंक का मामला
यस बैंक का मामला राणा कपूर के अपने पद का नाजायज फायदा उठाने और इसके बदले में खुद को और अपने परिवार को लाभ पहुंचाने से जुड़ा है. सीबीआई ने इस संबंध में मार्च 2020 में मामला दर्ज किया था. सीबीआई ने धोखाधड़ी और आपराधिक षड्यंत्र का मामला दर्ज किया है. साथ ही मामले में वह भ्रष्टाचार को लेकर भी जांच कर रही है.
ये भी पढ़ें: