
प्राइवेट सेक्टर के Yes Bank ने चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही (अक्टूबर-दिसंबर, 2021) में 266.43 करोड़ रुपये के शुद्ध लाभ (Net Profit) की सूचना दी है. बैंक को 2020-21 की तीसरी तिमाही में 151 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ था. इस तरह 2021 की अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में बैंक के मुनाफे में सालाना आधार पर 77 फीसदी का उछाल देखने को मिला. प्राइवेट सेक्टर लेंडर ने एक्सचेंज को रेगुलेटरी फाइलिंग में बताया है. कंपनी का यह तिमाही परिणाम तमाम एनालिस्ट्स के अनुमान से बेहतर है.
इस वजह से बढ़ा मुनाफा
Yes Bank के शुद्ध मुनाफे में यह उछाल प्रोविजनिंग में कमी की बदौलत आई है. 2021 के अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में प्रोविजनिंग 82.1 फीसदी की भारी गिरावट के साथ घटकर 374.64 करोड़ रुपये पर रह गई. 2020 की अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में बैंक को 2,089 करोड़ रुपये की प्रोविजनिंग करनी पड़ी थी.
ब्याज से होने वाले इनकम घटी
बैंक ने पिछले साल की अक्टूबर से दिसंबर तिमाही के दौरान ब्याज से होने वाली आय (NII) में 2020 की समान तिमाही की तुलना में 31 फीसदी की कमी की सूचना दी है. बैंक को अक्टूबर-दिसंबर, 2021 तिमाही के दौरान ब्याज से 1,764 करोड़ रुपये की इनकम हुई. उसे 2020 की अक्टूबर से दिसंबर के दौरान 2,560 करोड़ रुपये की इनकम हुई थी. वहीं, अक्टूबर-दिसंबर 2021 तिमाही में नेट इंटरेस्ट मार्जिन सितंबर के 2.2% की तुलना में 2.4% पर पहुंच गई.
एनपीए के मोर्चे पर रहा ये हाल
पिछले साल की अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में बैंक के ग्रॉस नॉन-परफॉर्मिंग एसेट्स कुल लोन के 14.7 फीसदी पर रह गए. यह आंकड़ा सितंबर क्वार्टर में 15 फीसदी पर था. दूसरी ओर, चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में नेट एनपीए बढ़कर 5.29 फीसदी पर पहुंच गया जो 2020-21 की तीसरी तिमाही में 4.04 फीसदी पर था.
बैंक ने पूरी की यह डील
यस बैंक ने बताया है कि एक नवंबर, 2021 को बैंक ने अपनी पूर्ण स्वामित्व वाली सब्सिडियरी Yes Asset Management (India) Limited और Yes Trustee Limited की अपनी पूरी हिस्सेदारी की बिक्री पूरी की. बैंक ने अपनी हिस्सेदारी CPL Finanace and Investments Limited को बेची है.