
कोरोना काल में ऑनलाइन फूड कारोबार (Online Food Business) तेजी से बढ़ा है और अब ऑर्डर किए गए खाने के साथ ही अन्य घरेलू सामानों की झटपट डिलीवरी डिमांड बढ़ी है. यही कारण है कि Zomato अब इस कारोबार पर अपना फोकस बढ़ा रही है और 4,447 करोड़ रुपये में Blinkit का अधिग्रहण करने जा रही है. लेकिन इस डील का कंपनी के शेयरों पर बुरा असर दिखाई दे रहा है. बीते दिनों की तेजी के बाद सोमवार को कंपनी के शेयर 6 फीसदी से ज्यादा टूट गए.
बढ़त के साथ हुई थी शुरुआत
जोमेटो-ब्लिंकइट डील का ऐलान बीते शुक्रवार को किया गया था. इसके बाद आज जब शेयर बाजार (Stock Market) खुला, तो शुरुआती कारोबार में बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) पर जोमेटो का शेयर 3.7 फीसदी की बढ़त लेते हुए 73 रुपये पर खुला था. लेकिन कुछ दी देर बाद इसके भाव में गिरावट शुरू हो गई और देखते ही देखते जोमेटो का शेयर धराशायी हो गया. दोपहर 12.30 बजे तक कंपनी के शेयर 6.24 फीसदी तक टूटकर 66.10 रुपये पर आ गए थे. लंबे समय तक गिरावट देखने के बाद हाल ही में इसके शेयरों में सुधार देखने को मिला था, लेकिन इस ब्लिंकिट के साथ डील पर मुहर लगते ही इसके गिरने का सिलसिला फिर से शुरू हो गया.
2021 में यूनिकॉर्न बनी Blinkit
ब्लिंकइट को पहले Grofers के नाम से जाना जाता था. Zomato क्विक कॉमर्स में अपना विस्तार करने के लिए अप्रैल 2020 से Grofers को खरीदने की योजना पर काम कर रही है. तब कंपनी ने ग्रोफर्स के सामने 75 करोड़ डॉलर की वैल्यूएशन का ऑफर रखा था. हालांकि जून 2021 में ग्रॉफर्स ने और फंडिंग जुटाई और यूनिकॉर्न कंपनी बन गई. इसके बाद इसका नाम भी बदलकर ब्लिंकइट कर दिया गया.
20 से ज्यादा शहरों में फैला कारोबार
जोमेटो ने पिछले साल अगस्त में ही ब्लिंकइट में 9% स्टेक खरीद लिया था. तब कंपनी ने इसके लिए 518 करोड़ रुपये में डील की थी. ब्लिंकइट अभी देश के 20 से अधिक शहरों में काम करती है और लोगों को 10 मिनट में राशन डिलीवरी देने पर काम करती है. जबकिजोमेटो ने हाल ही में 10 मिनट में फूड डिलीवरी करने का ऐलान किया है. ऐसे में दोनों कंपनी की ये डील कई मायनों में बहुत बड़ी है.