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देशभर में खुलेंगे GST क्लीनिक, टैक्स से जुड़े हर मर्ज का यहां इलाज!

कैट ने एक बयान में कहा कि वह एचडीएफसी बैंक, टैली सॉल्युशंस और मास्टरकार्ड के साथ मिलकर काम कर रहा है. उसका प्रयास करीब छह करोड़ व्यापारियों तक पहुंच बनाना है. संगठन ने कहा कि एक जुलाई से इसका पहला चरण शुरु होगा. व्यापारी समुदाय को नई व्यवस्था को आसानी से अपनाने में मदद करेगा.

जीएसटी जीएसटी
अमित कुमार दुबे/BHASHA
  • नई दिल्ली,
  • 24 जून 2017,
  • अपडेटेड 10:00 PM IST

छोटे व्यापारियों का संगठन कैट देशभर में 100 जीएसटी क्लीनिकों का आयोजन करेगा. यह एक जुलाई से लागू होने वाली नई अप्रत्यक्ष कर व्यवस्था माल एवं सेवाकर (जीएसटी) को अपनाने में व्यापारियों की मदद करेगा.

कैट ने एक बयान में कहा कि वह एचडीएफसी बैंक, टैली सॉल्युशंस और मास्टरकार्ड के साथ मिलकर काम कर रहा है. उसका प्रयास करीब छह करोड़ व्यापारियों तक पहुंच बनाना है. संगठन ने कहा कि एक जुलाई से इसका पहला चरण शुरू होगा. व्यापारी समुदाय को नई व्यवस्था को आसानी से अपनाने में मदद करेगा.

बता दें, कि 30 जून आधी रात से देश में जीएसटी लागू होने वाली है. इसे लेकर व्यापारियों से लेकर आम नागरिकों के तक में असमंजस का माहौल है.
 
इससे पहले शुक्रवार को लॉजिस्टिक सेवाएं देने वाली कंपनी डीएचएल की आने वाले वर्षों में भारत में 10 करोड़ डॉलर का निवेश करने की योजना के बारे में बताया था. अभी वह अपने ग्राहकों के साथ माल एवं सेवाकर (जीएसटी) के अनुरूप तैयार होने के लिए काम कर रही है.
 
बता दें कि जीएसटी लागू होने के बाद करदाताओं को हर महीने तीन बार रिटर्न फाइल करना होगा, यह धारणा बेबुनियाद है. साथ ही खुदरा कारोबारियों को हर महीने रसीद विवरण देने की जरुरत नहीं होगी. करीब 80 फीसदी कारोबारियों को रिटर्न में बस कुल कारोबार का ब्योरा देना होगा क्योंकि वे रिटेल कारोबारी हैं.

जीएसटी से देश में आने वाले बदलावों के बारे में सारी बातें किसी को भी स्पष्ट पता नहीं है. ऐसे में जीएसटी के लागू हो जाने के बाद ही लोगों के सवालों के उत्तर और इसके परिणाम सामने आएंगे.


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