
देश में कैशलेस लेन देन को बढ़ावा देने की कोशिशों के बीच इसकी सुरक्षा पर ध्यान देने की मांग उठाई जा रही है. अखिल भारतीय बैंक कर्मचारी संघ (AIBEA) ने डिजिटल लेन देन को लेकर होने वाले फर्जीवाड़ों को रोकने की खातिर प्रणाली तैयार करने की मांग रखी है. उन्होंने भारतीय रिजर्व बैंक को इस संबंध में कदम उठाने के लिए कहा है.
अखिल भारतीय बैंक कर्मचारी संघ ने रिजर्व बैंक के गवर्नर उर्जित पटेल और वित्त मंत्रालय को एक ज्ञापन सौंपा है. इस ज्ञापन में कहा गया है कि आरबीआई ने डिजिटल लेनदेन में बढ़ते फर्ज़ीवाड़े को रोकने के लिए कोई कदम नहीं उठाया है.
आरबीआई को इसके लिए एक नई प्रणाली लाने की जरूरत है. इस पर बैंकिंग उद्योग के कर्मचारी संघ के अलावा कुछ गैर सरकारी संगठनों ने भी हस्ताक्षर किए हैं. इस बैंक कर्मचारी संघ में सार्वजनिक और निजी क्षेत्र, दोनों तरह के बैंकों के कर्मचारी शामिल हैं.
बैंक कर्मचारी संघ के महासचिव सी एच वेंकटचलम का कहना है कि एक तरफ जहां सरकार लगातार डिजिटल लेनदेन को बढ़ाने पर जोर दे रही है. वहीं बैंकों के पास डिजिटल लेनदेन में सुरक्षा को लेकर कोई व्यवस्था मौजूद नहीं है.
उन्होंने यह भी कहा कि केंद्रीय बैंक को इस मामले में एक मास्टर सर्कुलर जारी करना चाहिए. इसके अलावा वेंकटचलम ने बैंक खाते को एक बैंक से दूसरे बैंक में स्थानांतरित करने की व्यवस्था शुरू करने की भी वकालत की.