
आयकर विभाग अगले वित्त वर्ष से राष्ट्रीय स्तर पर रिटर्न से संबंधित सभी जांच के मामलों में संचार ई-मेल के जरिए करने की योजना बना रहा है. इससे करदाताओं की परेशानी कम हो सकेगी क्योंकि उन्हें आयकर अधिकारी के आमने-सामने नहीं जाना पड़ेगा.
सॉफ्टवेयर के जरिए काम होगा आसान
आयकर विभाग ने पायलट आधार पर पहले ही पांच महानगरों दिल्ली, मुंबई, बंगलुरु, अहमदाबाद और चेन्नई क्षेत्रों में रिटर्न की जांच ई-मेल के जरिए करनी शुरू कर दी है. राजस्व विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, हम ऐसे सॉफ्टवेयर पर काम कर रहे हैं जिससे सभी जांच संबंधी संचार को एक विशेषीकृत सर्वर में रखा जा सकेगा. एक बार यह तैयार होने के बाद हम जहां तक जांच और इससे संबंधित पत्राचार का सवाल है, ई-वातावरण में स्थानांतरित हो सकेंगे.
ई-जांच से भ्रष्टाचार कम होगा
अधिकारी ने कहा कि ई-जांच से भ्रष्टाचार कम किया जा सकेगा क्योंकि आयकरदाता और आयकर अधिकारी के बीच आमने-सामने की स्थिति नहीं बनेगी. अधिकारी ने बताया कि इसके अलावा जांच से संबंधित सभी रिकॉर्ड को एक स्थान पर रखा जा सकेगा और जरूरत होने पर इसका कभी भी सत्यापन किया जा सकेगा. अधिकारी ने कहा कि अभी तक इस पायलट परियोजना को अच्छी प्रतिक्रिया मिली है. अगले वित्त वर्ष से हमारा जांच से संबंधित सभी पत्राचार ई-मेल के जरिए करने का इरादा है.