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PNB महाघोटाले पर चुप्पी तोड़ते हुए वित्त मंत्री अरुण जेटली से बड़ा बयान दिया है. जेटली ने कहा कि बैंकिंग प्रणाली के साथ धोखाधड़ी करने वालों को सरकार कतई नहीं छोड़ेगी. साथ ही वित्त मंत्री जेटली ने माना कि सिस्टम में भारी चूक की वजह से बैंकिग घोटाले हुए हैं और टैक्स पेयर्स पर गड़बड़ियों का बोझ पड़ा है.
देश से धोखा नहीं होने देंगे...
ऑडिटर्स और निगरानी एजेंसियों पर दागे सवाल
दरअसल बैंकिंग घोटाले को लेकर विपक्ष सरकार के खिलाफ लगातार हमलावर है. पिछले दिनों कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि छोटे मंत्रियों के बजाय इस मामले में पीएम मोदी या वित्त मंत्री सफाई दें. इस मामले पर चुप्पी तोड़ते हुए जेटली ने ऑडिटर्स, मैनेजमेंट और निगरानी एजेंसियों पर सवाल उठाए हैं. जेटली ने कहा कि ऑडिट करने वालों को अपने आप से पूछना चाहिए कि वे अनियमिताओं को क्यों नहीं पकड़ पाते.
RBI को भी नसीहत
जेटली ने इशारों-इशारों में आरबीआई पर भी सवाल दाग दिया. उन्होंने कहा कि सुपरवाइजरी एजेंसियों को यह पता लगाने की जरूरत है कि अनियमिताओं को पकड़ने के लिए किस तरह की नई प्रणालियों को अपनाया जाना चाहिए. निगरानी एजेंसियों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि छुटपुट मामलों को शुरू में ही पकड़ लिया जाए और उनकी पुनरावृत्ति ना हो.
जेटली की मानें तो बैंकों का प्रबंध तंत्र अपनी जिम्मेदारी पर खरा नहीं उतरा है, क्योंकि वे यह पता करने में विफल रहे हैं कि उनके बीच में वे कौन हैं जो गड़बड़ी करने वाले हैं.
गौरतलब है कि नीरव मोदी और उनके मामा मेहुल चौकसी ने बैंक के कुछ अधिकारियों के साथ मिलकर पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) में 11,300 करोड़ रुपये के घोटाले को अंजाम दिया और विदेश भाग गए. इसके अलावा पेन बनाने वाली रोटोमैक कंपनी पर भी बैंकों से 3,695 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का आरोप लगा है.