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कर्मचारियों के VRS से हर महीने 600 करोड़ रुपये की सैलरी बचाएगी BSNL

BSNL को रिवाइव करने के लिए सरकार ने 69,000 करोड़ रुपये का एक प्लान घोषित किया है. इसके तहत ही इस साल अक्टूबर महीने में बीएसएनएल में कर्मचारियों को वीआरएस ऑफर दिया गया.

बीएसएनएल को मुनाफे में लाने का है प्लान बीएसएनएल को मुनाफे में लाने का है प्लान
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 30 दिसंबर 2019,
  • अपडेटेड 3:54 PM IST

  • 78,569 कर्मचारियों ने BSNL के VRS ऑफर को स्वीकार किया
  • इससे कंपनी हर महीने वेतन के बिल में 600 करोड़ रुपये बचाएगी
  • सरकार ने MTNL और BSNL के विलय का निर्णय लिया है

करीब 78 हजार कर्मचारियों की स्वैच्छ‍िक सेवानिवृत्त‍ि योजना (VRS) अपनाने से भारत संचार निगम लिमिटेड (BSNL) हर महीने वेतन के बिल में 600 करोड़ रुपये बचाएगी. यह स्कीम 31 जनवरी, 2020 से लागू होगी.

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खस्ताहाल हो चुकी सार्वजनिक दूरसंचार कंपनी BSNL को रिवाइव करने के लिए सरकार ने 69,000 करोड़ रुपये का एक प्लान घोषित किया है. इसके तहत ही इस साल अक्टूबर महीने में बीएसएनएल में कर्मचारियों को वीआरएस ऑफर दिया गया.

अब तक कुल 78,569 कर्मचारियों ने बीएसएनएल के वीआरएस ऑफर को स्वीकार किया है. कंपनी को मुनाफे में लाने के लिए इसके अलावा उसकी कुछ अतिरिक्त जमीनें, प्रॉपर्टी बेचकर भी करीब 73,000 करोड़ रुपये जुटाने की योजना है.

कितनी हुई बचत

इकोनॉमिक टाइम्स के अनुसार, बीएसएनएल के चेयरमैन प्रवीण कुमार पुरवार ने कहा कि इससे कर्मचारियों के वेतन लागत के करीब आधे यानी हर महीने करीब 600 करोड़ रुपये की बचत होगी. इस वित्त वर्ष के फरवरी और मार्च महीने में ही कंपनी ने वेतन में करीब 1300 करोड़ रुपये बचाए हैं. पुरवार ने बताया कि अभी भी बीएसएनएल में करीब 70,000 कर्मचारी हैं जो इसको चलाने के लिए काफी हैं. अभी बहुत से कर्मचारियों को कंपनी को 31 जनवरी, 2020 तक की सैलरी देनी है.

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सुधार योजना के तहत बीएसएनएल और एमटीएनएल का विलय किया जाना है. इसके तहत कंपनी को 4जी स्पेक्ट्रम का आवंटन भी किया जाएगा और कई महत्वपूर्ण संपत्त‍ि को बेचा जाएगा. विलय के बाद कंपनी को अगले दो साल में मुनाफे में लाने की योजना है.

दोनों कंपनियों के करीब 92,700 कर्मचारियों ने वीआरएस को अपनाया है, इससे सालाना वेतन बिल में करीब 8,800 करोड़ रुपये की बचत होगी. अगले तीन साल में दोनों कंपनियों की संपत्त‍ि बेचने से भी करीब 37,500 करोड़ रुपये हासिल होंगे. पिछले 10 साल में से 9 साल एमटीएनएल को घाटा हुआ है. बीएसएनएल को भी 2010 से लगातार घाटा हो रहा है.

क्या है सरकार की योजना

गौरतलब है कि सरकार ने महानगर टेलीफोन निगम लिमिटेड (MTNL) और भारत संचार निगम लिमिटेड (BSNL) के विलय का निर्णय लिया है. सरकार ने एमटीएनएल और बीएसएनएल के विलय के साथ इनके पुनरुद्धार के जिस पैकेज का ऐलान किया है, उसमें सॉवरेन बॉन्ड से 15,000 करोड़ रुपये जुटाने की योजना भी है. इसके अलावा अगले चार साल में इनके रियल एस्टेट जैसे एसेट की बिक्री से भी भारी रकम मिलेगी. बीएसएनएल के पास करीब 70,746 करोड़ रुपये की परिसंपत्त‍ि है.  

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