
आज के दौर में ग्राहकों को लुभाने के लिए विज्ञापन का सहारा लिया जाता है. खासकर कार कंपनियां अखबार, रेडियो, टेलीविजन समेत ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर प्रचार करती हैं. सभी ऑटो मोबाइल्स कंपनियां विज्ञापन पर मोटी राशि खर्च करती हैं, उन्हें इसका फायदा भी मिलता है. क्योंकि ग्राहक विज्ञापन देखकर शोरूम तक पहुंचते हैं.
बिक्री बढ़ाने के लिए विज्ञापन का सहारा
लेकिन क्या आपने कभी गौर किया है कि ये कंपनियां प्रचार के नाम पर कहीं लोगों को गुमराह तो नहीं कर रही हैं? क्योंकि जब आप अखबार में किसी कार का विज्ञापन देखते हैं तो कंपनियां उसमें शुरुआती कीमत दिखाती है. लेकिन उसमें फीचर्स टॉप मॉडल का जिक्र होता है. यानी एक तरह से ग्राहकों को गुमराह किया जाता है.ग्राहकों को गुमराह करतीं कंपनियां
असलियत यह है कि प्रचार में कंपनियां हमेशा कीमत कम दिखाती हैं, लेकिन फीसर्च टॉप वेरिएंट के होते हैं. दरअसल आज के दौर में हर कोई सुरक्षा और आधुनिक टेक्नोलॉजी से लैस कार खरीदना चाहते हैं. लेकिन इस तरह के तमाम फीचर्स टॉप वेरिएंट में होते हैं. जिसके लिए मोटी रकम चुकानी पड़ती है. यानी विज्ञापन में कंपनियां कम कीमत में सभी फीचर्स दिखाकर केवल लोगों को गुमराह करती हैं.प्रचार में बेस मॉडल का जिक्र
ऐसे विज्ञापन पर कब लगाम?
लेकिन जब ग्राहक तीन लाख 90 हजार रुपये कीमत को ध्यान में रखकर शोरूम तक पहुंचते हैं, तो उन्हें असलियत पता चलता है. क्योंकि सभी सेफ्टी फीचर्स वाली कार की कीमत काफी ज्यादा बढ़ जाती है. Hyundai Santro के टॉप वेरिएंट की कीमत 5.72 लाख रुपये है. जिसमें सेफ्टी और हाईटेक फीचर्स हैं. जिसकी ऑन रोड कीमत साढ़े 6 लाख रुपये तक पहुंच जाती है.इसी तरह Maruti Suzuki Wagon R की दिल्ली में शुरुआती कीमत (एक्स-शोरूम) 4.34 लाख रुपये है, और टॉप वेरिएंट की कीमत 5.91 लाख रुपये है. यानी मारुति कंपनी इस कार के प्रचार के लिए 4.34 लाख रुपये कीमत का सहारा लेती है. लेकिन फीचर्स की बात टॉप वेरिएंट का करती हैं. यह कहानी केवल मारुति और हुंडई कंपनी की नहीं है. सभी छोटी-बड़ी कार कंपनियां इसी तरह विज्ञापन का सहारा लेकर लोगों को गुमराह करती हैं.