
कॉफी कैफे डे चेन का संचालन करने वाली कंपनी कॉफी डे एंटरप्राइजेज ने एस.वी. रंगनाथ को अपना नया अंतरिम चेयरमैन बनाया है. कॉफी कैफे डे चेन की स्थापना करने वाले कर्नाटक के कारोबारी वी.जी. सिद्धार्थ की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई है. बुधवार को सुबह उनका शव कर्नाटक के नेत्रावती नदी में बरामद किया गया. सिद्धार्थ कंपनी के चेयरमैन एवं मैनेजिंग डायरेक्टर थे.
नए सीओओ भी नियुक्त
कंपनी ने इसके अलावा नितिन बागमाने को अपना अंतरिम चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर (COO) बनाया है. कंपनी ने एक बयान में कहा है कि अब एस.वी. रंगनाथ (गैर कार्यकारी स्वतंत्र निदेशक), नितिन बागमाने (COO) और आर. राममोहन की एक कार्यकारी समिति के पास वे सारे अधिकार होंगे जो पहले सीईओ के पास थे. सिद्धार्थ की मौत पर देश के प्रमुख राजनीतिज्ञों, कारोबारियों और उनके दोस्तों-रिश्तेदारों ने शोक संवेदना जताई है.
सिद्धार्थ के शव का वेनलॉक जिला अस्पताल में पोस्टमार्ट किया गया और उसके बाद उनके जन्म स्थान चिक्कमंगलूर ले जाया गया. कैफे कॉफी डे (CCD) ने अपने संस्थापक सिद्धार्थ के सम्मान में देशभर में अपने आउटलेट बंद रखने का फैसला किया है.
सिद्धार्थ का सोशल मीडिया पर एक कथित अंतिम लेटर वायरल हुआ है, जिसमें उन्होंने कहा है कि वे तमाम प्रयासों के बावजूद अपने कारोबार को सफल नहीं बना पाए. इस लेटर में उन्होंने इनकम टैक्स विभाग के एक पूर्व अधिकारी और एक पीई निवेशक द्वारा दबाव डालने की बात भी कही है, जिससे वह बहुत परेशान थे. उन्होंने कहा कि इस दबाव की वजह से कंपनी में नकदी की तंगी आ गई थी.
साल 2015 में जब सीसीडी का संचालन करने वाली कंपनी कॉफी डे एंटरप्राइजेज का आईपीओ आया था, तब इसके दस्तावेज में कंपनी ने बताया था कि उसके ऊपर 6,328 करोड़ रुपये का कर्ज है. इसके बाद से कंपनी ने अपने कर्ज को कम करने का लगातार प्रयास किया है. वित्त वर्ष 2018-19 में कंपनी की आय 4,624 करोड़ रुपये और मुनाफा 128 करोड़ रुपये था. इसकी सब्सिडियरी कंपनी कॉफी डे ग्लोबल लिमिटेड (CDGL) को 1,468 करोड़ रुपये की आय हुई.
कॉफी डे एंटरप्राइजेज लिमिटेड (CDEL) शेयर बाजार में लिस्टेड है और यह कॉफी चेन से लेकर लॉजिस्टिक्स, हॉस्पिटलिटी और वित्तीय सेवाओं तक के कारोबार में लगी हुई है. CDEL के प्रमोटर्स की कंपनी में हिस्सेदारी 53.93 फीसदी है. 30 जून, 2019 तक के आंकड़ों के मुताबिक प्रमोटर्स ने इसके 75.70 फीसदी शेयर कर्जदाताओं के पास गिरवी रखे हैं.
(www.businesstoday.in के इनपुट पर आधारित)