
कोरोना वायरस का प्रकोप चीन के बाहर कई देशों में फैलने से दुनिया भर में घबराहट बढ़ गई है. अब यह अनुमान सामने आया है कि इससे वैश्विक अर्थव्यवस्था को 1 लाख करोड़ डॉलर का नुकसान हो सकता है.
गौरतलब है कि कोरोना का कहर अब चीन से बाहर निकलकर दक्षिण कोरिया, ईरान और इटली तक पहुंच गया है. अर्थव्यवस्था को लेकर अनुमान जारी करने वाले ऑक्सफोर्ड इकोनॉमिक्स ने कहा है कि एशिया से बाहर कोरोना के फैलने से दुनिया की अर्थव्यवस्था की बढ़त दर में इस साल 1.3 फीसदी की कमी आएगी और इसको 1.3 लाख करोड़ डॉलर का नुकसान हो सकता है.
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क्या हुआ असर
ऑक्सफोर्ड इकोनॉमिक्स का कहना है कि ग्लोबल इकोनॉमी के मॉडल से यह पता चलता है कि कोरोना वायरस के प्रकोप का बहुत गंभीर असर हुआ है. चीन में कारखाने बंद होने का उसके कई पड़ोसी देशों पर भी पड़ा है. कई बड़ी कंपनियों को चीन से कच्चा माल और तैयार सामान हासिल करने में काफी दिक्कत हो रही है.
आईएमएफ ने क्या कहा था
हाल में अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने भी कहा है कि कोरोना वायरस से फैली महामारी की वजह से दुनिया की अर्थव्यवस्था की रफ्तार सुस्त हो जाएगी. आईएमएफ ने कहा कि इससे ग्लोबल जीडीपी की ग्रोथ रेट में करीब 1 फीसदी की कमी आ सकती है.
आईएमएफ की प्रबंध निदेशक क्रिस्टलिना जॉर्जीवा ने कहा कि इस साल कोरोना वायरस से फैली महामारी वैश्विक आर्थिक वृद्धि को नुकसान पहुंचा सकती है.
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रेटिंग एजेंसी मूडीज इनवेस्टर्स सर्विस ने वर्ष 2020 के लिए भारत और चीन के सकल घरेलू उत्पाद (GDP) ग्रोथ अनुमान को घटा दिया है. मूडीज ने कहा कि नोवेल कोरोना वायरस के प्रकोप की वजह से वैश्विक अर्थव्यवस्था में जो सुस्ती आई है, उसकी वजह से भारत के जीडीपी ग्रोथ में तेजी की रफ्तार कम हो सकती है. उसने कहा कि भारत में अब किसी भी तरह के सुधार को उम्मीद से कम ही माना जाना चाहिए.
चीन में कोरोना वायरस ने कहर बरपा रखा है, जिसका असर दुनिया के साथ ही भारतीय अर्थव्यवस्था पर भी दिख रहा है. इस वायरस से अब तक 2700 से ज्यादा लोग मर चुके हैं. भारत में बड़े पैमाने पर कारखानों की जरूरतों के लिए कच्चा माल चीन से आयात किया जाता है. कोरोना वायरस की वजह से चीन में प्रोडक्शन पर असर पड़ा है और इसकी वजह से भारत, अमेरिका सहित कई देशों में उत्पादन भी प्रभावित हुआ है. भारत में कई ऐसे सेक्टर हैं जिनको भारी नुकसान का अंदेशा है.