
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने अपने खजाने से मोदी सरकार को 1.76 लाख करोड़ रुपये देने का फैसला किया है. हालांकि कांग्रेस आरबीआई के इस फैसले पर सवाल खड़ा कर रही है. जिस पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा है कि कांग्रेस के जरिए आरबीआई के फैसले पर सवाल खड़े करना दुर्भाग्यपूर्ण है. वित्त मंत्री ने कहा कि कांग्रेस आरबीआई की छवि को दागदार न बनाए. साथ ही आरबीआई के पैसों का सरकार क्या इस्तेमाल करेगी, इस पर कुछ भी बताने से निर्मला सीतारमण ने इनकार कर दिया.
निर्मला सीतारमण ने कहा कि आरबीआई के पैसों के इस्तेमाल पर अभी नहीं बता सकती. उन्होंने कहा कि पैसों के इस्तेमाल पर अभी फैसला नहीं किया गया है. साथ ही निर्मला ने कहा कि जीएसटी घटाना उनके हाथ में नहीं है. जीएसटी पर फैसला जीएसटी काउंसिल करेगी.
बता दें कि भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने केंद्र सरकार को 1.76 लाख करोड़ रुपये देने का फैसला लिया है. रिजर्व बैंक के सेंट्रल बोर्ड ने बिमल जालान कमिटी की सिफारिशें मंजूर कर ली. सोमवार को हुई बैठक के बाद आरबीआई ने कहा कि बोर्ड ने मोदी सरकार को 1,76,051 करोड़ रुपये ट्रांसफर करने का फैसला किया है, जिसमें से 1,23,414 करोड़ रुपये की सरप्लस राशि 2018-19 के लिए होगी. इसके अलावा संशोधित आर्थिक पूंजी ढांचे के अनुसार अतिरिक्त प्रावधानों के तहत 52,637 करोड़ रुपये दिए जाएंगे.
वहीं निर्मला सीतारमण ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के ट्वीट पर जवाब देते हुए कहा कि जब भी राहुल चोरी-चोरी की बात करते हैं तो मेरे दिमाग में एक ही बात आती है. उन्होंने चुनाव में चोरी, चोरी की बहुत बात की थी, लेकिन जनता ने उनको जवाब दे दिया. अब उसी शब्द का फिर इस्तेमाल करने का क्या फायदा.
दरअसल, राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री और वित्त मंत्री ने जो आर्थिक संकट पैदा किया है, उसे वह खत्म नहीं कर पा रहे हैं. राहुल गांधी ने कहा कि अब आरबीआई से खजाने की चोरी काम नहीं आएगी. यह किसी डिस्पेंसरी से बैंड-एड चुराकर गोली के जख्म पर लगाना जैसा है, जो काम नहीं आएगी.