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वीजी सिद्धार्थ की मौत के बाद शोक में CCD, 1 दिन के लिए बंद रहेंगे आउटलेट

कैफे कॉफी डे (CCD) ने अपने संस्थापक वीजी सिद्धार्थ की मौत के बाद देशभर में अपने आउटलेट एक दिन के लिए बंद रखने का फैसला किया है.

वीजी सिद्धार्थ के निधन से CCD कर्मी स्तब्ध वीजी सिद्धार्थ के निधन से CCD कर्मी स्तब्ध
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 31 जुलाई 2019,
  • अपडेटेड 2:47 PM IST

लोकप्रिय कॉफी चेन कैफे कॉफी डे (CCD) ने अपने संस्थापक वी.जी. सिद्धार्थ के सम्मान में देशभर में अपने आउटलेट एक दिन के लिए बंद रखने का फैसला किया है. सिद्धार्थ की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई है. यह निर्णय बुधवार तड़के कर्नाटक के नेत्रावती नदी में सिद्धार्थ का शव बरामद होने के कुछ ही घंटों में बाद लिया गया.

न्यूज एजेंसी आईएएनएस से कंपनी के एक सूत्र ने कहा, 'हमारे संस्थापक-चेयरमैन का निधन हो गया है, उनकी याद में देशभर के लगभग 240 शहरों में हमारे 1,750 रिटेल आउटलेट्स आज बंद रहेंगे.'

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कॉफी ग्लोबल एंटरप्राइजेज और अमलगमेटेड बीन कॉफी (एबीसी) समेत सीसीडी के कार्यालय देशभर में बंद रहेंगे. सूत्र ने कहा, 'कॉफी किंग सिद्धार्थ की असमय मौत के बाद कर्नाटक में कॉफी के तीन जिलों चिकमंगलुरू, हसन और कोडुगू में कॉफी के सभी बागानों के कर्मियों की छुट्टी की घोषणा कर दी गई है.'  

उनका शव नदी में बुधवार तड़के लगभग 6.30 बजे दो मछुआरों को मिला. सोमवार शाम को सिद्धार्थ के ड्राइवर द्वारा उनके नदी के पुल से गायब होने का मामला दर्ज करने के बाद से प्रदेश सरकार ने व्यापक तलाशी अभियान चलाया हुआ था. सिद्धार्थ के परिवार में उनकी पत्नी मालविका हेगड़े और दो बेटे हैं.  

सिद्धार्थ का सोशल मीडिया पर एक कथित अंतिम लेटर वायरल हुआ है, जिसमें उन्होंने कहा है कि वे तमाम प्रयासों के बावजूद अपने कारोबार को सफल नहीं बना पाए. इस लेटर में उन्होंने इनकम टैक्स विभाग के एक पूर्व अधिकारी और एक पीई निवेशक द्वारा दबाव डालने की बात भी कही है, जिससे वह बहुत परेशान थे. उन्होंने कहा कि इस दबाव की वजह से कंपनी में नकदी की तंगी आ गई.

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कर्नाटक के चिक्कमंगलुरु जिले में जन्मे सिद्धार्थ ने मंगलौर यूनिवर्सिटी से इकोनॉमिक्स में पोस्ट ग्रेजुएशन किया था. उनकी शादी भारत सरकार के पूर्व विदेश मंत्री और महाराष्ट्र के गवर्नर रह चुके एस.एम. कृष्णा की बेटी से हुई थी, जो अब बीजेपी नेता हैं. कर्नाटक में 1996 में ही उन्होंने युवाओं के हैंगआउट के लिए कैफे कॉफी डे की शुरुआत की. ऐसा पहला आउटलेट बंगलौर में खोला गया. उनका यह कॉन्सेप्ट युवाओं में काफी लोकप्रिय रहा. आज पूरे भारत में करीब 1750 कैफे कॉफी डे हैं.

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