
GST काउंसिल की बैठक से पहले वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कुछ बड़े ऐलान किए. केंद्रीय मंत्री ने कंपनी और कारोबारियों को राहत देते हुए कॉरपोरेट टैक्स घटाने की बात कही. केंद्र सरकार के इस ऐलान के बाद शेयर बाजार ने इतिहास की सबसे बड़ी बढ़त देखी.
कारोबार के दौरान सेंसेक्स 2200 अंक से अधिक मजबूत हुआ तो वहीं निफ्टी ने 600 अंकों से ज्यादा की बढ़त दर्ज की.वहीं कारोबार के अंत में सेंसेक्स 1921.15 यानी करीब 5.32 फीसदी बढ़त के साथ 38,014.62 अंक पर बंद हुआ. निफ्टी की बात करें तो 569 अंक की तेजी के साथ 11 हजार 275 के स्तर पर रहा. शेयर बाजार में इस रौनक की वजह से निवेशकों को कारोबार के दौरान 7 लाख करोड़ से अधिक का मुनाफा हुआ.
पूरे दिन बाजार की चाल
- इससे पहले दोपहर 2.30 बजे के करीब सेंसेक्स की बढ़त 2200 अंक तक पहुंच गई और यह 38 हजार 250 के स्तर को पार कर गया. निफ्टी 600 अंक से अधिक मजबूत होकर 11 हजार 300 के आंकड़े को पार कर लिया. वहीं कुछ देर बाद सेंसेक्स ने 2,280 अंकों तक की बढ़त हासिल की. यह किसी एक कारोबारी दिन के दौरान अब तक की सबसे बड़ी बढ़त है. इससे पहले 18 मई, 2009 को बाजार 2,110 अंक उछला था.
- दोपहर 2.00 बजे के करीब सेंसेक्स 2000 अंक से अधिक की बढ़त के साथ 38 हजार 100 के पार कारोबार करता दिखा. वहीं निफ्टी करीब 600 अंक मजबूत होकर 11 हजार 300 के आंकड़े को पार कर गया.
-दोपहर 1.30 बजे सेंसेक्स 1930 अंक मजबूत होकर 38 हजार 25 अंक के स्तर को पार कर लिया. वहीं निफ्टी 572 अंक बढ़त के साथ 11,290 के स्तर को पार कर लिया.
- दोपहर 12.20 बजे सेंसेक्स ने 1900 अंक की बढ़त दर्ज की और यह 38 हजार के स्तर को पार कर लिया. वहीं निफ्टी में 530 अंक की तेजी रही और यह 11 हजार 235 के स्तर पर कारोबार करता दिखा.
- दोपहर 12 बजे सेंसेक्स 1790 की बढ़त के साथ 37,885 के स्तर पर आ गया. इसी तरह निफ्टी 515 अंक चढ़कर 11 हजार 220 के स्तर को टच कर लिया.
- बता दें कि यह बाजार में कारोबार के दौरान 10 साल की सबसे बड़ी तेजी है. एक वक्त कारोबार के दौरान सेंसेक्स के सभी शेयर बढ़त के साथ कारोबार करते दिखे. कारोबार के अंत में सबसे अधिक बढ़त मुख्य तौर पर हीरो मोटोकॉर्प, मारुति, बजाज फाइनेंस, महिंद्रा और इंडसइंड बैंक के अलावा एचडीएफसी बैंक के शेयर में रही. ये सभी शेयर 8 से 13 फीसदी की बढ़त के साथ बंद हुए.
- वहीं इस दौरान निवेशकों की चांदी रही. दरअसल, निर्मला सीतारमण के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद मार्केट कैपिटलाइजेशन 143.45 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया, जो गुरुवार को 138.54 लाख करोड़ रुपये था. इस लिहाज से करीब 5 लाख करोड़ की बढ़त हुई है.
- सुबह 11.30 बजे सेंसेक्स 37 हजार 400 अंक के स्तर पर कारोबार करता दिखा. इसी तरह निफ्टी 11,100 के स्तर पर आ गया. इसके कुछ मिनटों बाद सेंसेक्स में 1800 अंक से अधिक की तेजी दर्ज की गई. निफ्टी में भी 500 अंक से अधिक की बढ़त देखने को मिली.
- इससे पहले निर्मला सीतारमण की प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान सेंसेक्स में 1300 अंक से ज्यादा की बढ़ोतरी देखने को मिली. वहीं निफ्टी 350 अंक से अधिक चढ़ गया.
- वहीं रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के गवर्नर शक्तिकांत दास ने इंडिया टुडे के कार्यक्रम में सरकार के इस फैसले को बोल्ड कदम करार दिया है. इंडिया टुडे कॉन्क्लेव 2019 में शक्तिकांत दास ने कहा कि इससे कॉरपोरेट को फायदा होगा. इन छूट से कंपनीज को फायदा होगा. इससे विदेशी इंवेस्टमेंट आएगा. यह एक कड़ा निर्णय है. इससे लोगों को फायदा होगा.
बता दें कि गोवा में वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) काउंसिल की अहम बैठक होने जा रही है. इस बैठक में बिस्किट, माचिस और होटल इंडस्ट्री को राहत मिल सकती है, लेकिन ऑटो सेक्टर को राहत मिलना मुश्किल लग रहा है. इस बैठक के बाद भी बाजार में रौनक देखने को मिल सकती है.गुरुवार को निवेशकों के डूबे 1.69 लाख करोड़
इससे पहले गुरुवार को बैंक और ऊर्जा कंपनियों के शेयरों में भारी बिकवाली देखने को मिली. इस वजह से कारोबार के अंत में सेंसेक्स 470 अंक या 1.29 फीसदी के नुकसान से 36,093.47 अंक पर बंद हुआ. कारोबार के दौरान यह एक बार नीचे में 35,987.80 अंक तथा ऊंचे में 36,613.93 अंक तक गया था.
इसी तरह निफ्टी 135.85 अंक या 1.25 फीसदी के नुकसान से 10,704.80 अंक पर बंद हुआ. यह इसका सात माह का निचला स्तर है. इससे पहले 19 फरवरी, 2019 को निफ्टी 10,604.35 अंक पर बंद हुआ था.
बाजार में मची इस भगदड़ की वजह से निवेशकों के 1.69 लाख करोड़ रुपये डूब गए. दरअसल, बुधवार को बीएसई पर लिस्टेड कुल कंपनियों का मार्केट कैप 1,40,19,877.32 करोड़ रुपये था, जो अब 1,38,50,541.85 करोड़ रुपये हो गया है. इस लिहाज से मार्केट कैप में 1.69 लाख करोड़ रुपये की कमी आई है. यह निवेशकों के लिए बड़ा झटका है.