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...इसलिए ग्लोबल वायरस हमले का शिकार होने से बची GST की तैयारी

प्रकाश कुमार ने कहा कि नयी अप्रत्यक्ष कर प्रणाली के तहत जीएसटीएन से हर महीने 3 अरब रसीदें प्रिंट होगी और कल इसके सॉफ्टवेयर का प्रारंभिक परीक्षण पूरा हो जाएगा.

50 देशों में वायरस अटैक 50 देशों में वायरस अटैक
BHASHA
  • नई दिल्ली,
  • 15 मई 2017,
  • अपडेटेड 5:42 PM IST

माल एवं सेवाकर जीएसटी लागू करने के लिए सूचना एवं प्रौद्योगिकी ढांचा मुहैया कराने वाली इकाई जीएसटी नेटवर्क जीएसटीएन पर वानाक्राई रैंसमवेयर हमले का असर नहीं होगा, क्योंकि यह पूरी प्रणाली माइक्रोसॉफ्ट के सॉफ्टवेयर पर नहीं चलती है.

कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रकाश कुमार ने कहा कि नई अप्रत्यक्ष कर प्रणाली के तहत जीएसटीएन से हर महीने 3 अरब रसीदें प्रिंट होगी और कल इसके सॉफ्टवेयर का प्रारंभिक परीक्षण पूरा हो जाएगा. कुमार ने पीटीआई-भाषा से कहा, हमारा सॉफ्टवेयर माइक्रोसॉफ्ट विंडोज पर आधारित नहीं है इसलिए हम सुरक्षित वानाक्राई साइबर हमले से हैं. हम लाइनेक्स पर काम करते हैं जो रैंसमवेयर हमले से प्रभावित नहीं है.

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जीएसटीएन पर 60 लाख से अधिक उत्पाद शुल्क, सेवाकर और मूल्य वद्रि्धत कर देने वाले करदाताओं ने आठ नवंबर से 30 अप्रैल के बीच पंजीकरण कराया है. इस समय इस प्रणाली पर 80 लाख करदाता पंजीकृत हैं. उल्लेखनीय है कि वैश्विक रैंसमवेयर हमले का प्रभाव माइक्रोसॉफ्ट के आपरेटिंग सिस्टम पर चलने वाले कंप्यूटरों पर पड़ा है.

गौरतलब है कि हाल ही में ब्रिटेन के दर्जनों अस्पतालों के कंप्यूटर्स को हैकर्स ने रैंजमवेयर के जरिए हैक कर लिया था. इसके तहत लगभग 75 हजार कंप्यूटर्स को निशाना बनाया गया. वहीं यूरोपियन पुलिस एजेंसी के मुताबिक 12 मई को हुए ग्लोबल साइबर अटैक ने कम से कम 150 देशों में लगभग 200,000 कंप्यूटरों को निशाना बनाया.

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