
एक तरफ भारत जहां मंदी के दौर से गुजर रहा है तो वहीं दूसरी तरफ अगस्त महीने में भारत के आयात और निर्यात दोनों में कमी दर्ज की गई है. अगस्त महीने में आयात में जहां 13.45% की कमी दर्ज की गई है तो वहीं निर्यात में 6.05% की कमी दर्ज की गई है. इसके साथ ही भारत का व्यापार घाटा अगस्त में 13.45 अरब डॉलर आंका गया है.
इसके अलावा रत्न व आभूषणों का निर्यात अगस्त माह में 12.29 प्रतिशत घटकर 20,242.20 करोड़ रुपये रह गया. इसके लिए मार्केट में नकदी की दिक्कत होना आभूषण बनाने में आई कमी के लिए वजह बताया जा रहा है.
पिछले कुछ महीनों में अर्थव्यवस्था से जुड़े कई आंकड़े सामने आ चुके हैं. इनमें जीडीपी ग्रोथ में कमी, ऑटो सहित कई कंपनियों की बिक्री में गिरावट, शेयर बाजार में कमजोरी और कुछ कंपनियों में कर्मचारियों की छंटनी मुख्य हैं.
इसके अलावा भारत में आर्थिक विकास की धुंधली तस्वीर पर चिंता जताने वालों में अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) भी शामिल हो गया है. आईएमएफ ने कहा है कि भारत की जीडीपी ग्रोथ रेट उम्मीद से कहीं कम है.
आईएमएफ ने गुरुवार (12 सितंबर) को कहा कि कॉर्पोरेट और पर्यावरण से जुड़ी नियामक संस्थाओं की अनिश्चितता और कुछ गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों की कमजोरियों के कारण भारत की आर्थिक वृद्धि उम्मीद से काफी कमजोर है.