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अब आयकर विभाग ने नोटबंदी को बताया सही कदम, पेश किया आंकड़ा

ड्रोप्ड फाइलर ऐसे करदाता होते हैं जो पहले तो आईटीआर फाइल करने वालों में शामिल होते हैं, लेकिन किन्हीं तीन लगातार वित्त वर्ष में आईटीआर फाइल नहीं करते.

आयकर विभाग का नोटबंदी पर बड़ा बयान (Photo: Getty) आयकर विभाग का नोटबंदी पर बड़ा बयान (Photo: Getty)
अमित कुमार दुबे
  • नई दिल्ली,
  • 05 अप्रैल 2019,
  • अपडेटेड 8:39 AM IST

आयकर विभाग ने नोटबंदी को सही कदम बताते हुए कहा कि 2017-18 में उसने 1.07 करोड़ नए करदाता जोड़े, जबकि ड्रोप्ड फाइलरों (पहले आईटीआर फाइल करने और बाद में छोड़ देने वालों) की संख्या घटकर 25.22 लाख रह गई.

एक बयान में केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (CBDT) ने कहा कि वित्त वर्ष 2017-18 में 6.87 करोड़ आयकर रिटर्न (आईटीआर) फाइल किए गए जबकि 2016-17 में 5.48 करोड़ ITR फाइल किए गए थे यानी इस मोर्चे पर 25 फीसदी वृद्धि हुई.

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इसी के साथ 2017-18 में आईटीआर दाखिल करने वाले नये करदाताओं की संख्या बढ़कर 1.07 करोड़ हो गई जबकि 2016-17 में 86.16 लाख नये करदाता जुड़े थे. सीबीडीटी ने कहा, 'नोटबंदी ने टैक्स आधार और प्रत्यक्ष कर संग्रहण के दायरे में विस्तार में असाधारण रूप से सकारात्मक असर डाला.'

ड्रोप्ड फाइलर ऐसे करदाता होते हैं जो पहले तो आईटीआर फाइल करने वालों में शामिल होते हैं, लेकिन किन्हीं तीन लगातार वित्त वर्ष में आईटीआर फाइल नहीं करते. ऐसे लोगों की संख्या 2016-17 में 28.34 लाख थी जो घटकर 2017-18 में 25.22 लाख रह गई.

CBDT ने कहा कि 2016-17 की तुलना में 2017-18 में विशुद्ध प्रत्यक्ष कर संग्रहण 18 फीसद बढ़कर 10.03 लाख करोड़ हो गया.

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