
आर्थिक सुस्ती के बीच भारत की ऑटो इंडस्ट्री संकट के दौर से गुजर रही है. बीते 10 महीने से देश की कई बड़ी ऑटो मेकर कंपनियों की सेल्स में गिरावट आई है तो वहीं प्रोडक्शन भी कम हो गया है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस इंडस्ट्री में लगातार नौकरियां जा रही हैं. अब, दिग्गज ऑटो मेकर कंपनी टाटा मोटर्स के सीईओ और एमडी का पद संभाल रहे गुंटेर बुश्चेक ने कहा है कि ऑटो इंडस्ट्री के विकास की कहानी जल्द ही ‘ढह’ सकती है.
क्या दिया बयान
टाटा मोटर्स के सीईओ गुंटेर बुश्चेक ने कहा कि उपभोक्ता धारणा कमजोर होने और नकदी की कमी की वजह से ऑटो सेक्टर की बिक्री में जोरदार गिरावट आ रही है. इसके अलावा भी कुछ फैक्टर हैं, जिससे इंडस्ट्री की ग्रोथ की कहानी ढहने के कगार पर है. हालांकि, इसके साथ ही गुंटेर बुश्चेक ने उम्मीद जताई कि सरकार की ओर से हाल के दिनों में जो ऐलान किए गए हैं उससे ऑटो इंडस्ट्री सतर्कता से उबर सकता है. हालांकि आगे का रास्ता चुनौतीपूर्ण है. लगता है भारत के ऑटो इंडस्ट्री के विकास की कहानी समाप्त होने वाली है.
सबसे अधिक नुकसान में!
टाटा मोटर्स के एमडी का यह बयान ऐसे समय में आया है जब कंपनी के कारों की बिक्री में लगातार गिरावट आ रही है. टाटा मोटर्स के ताजा आंकड़े बताते हैं कि अगस्त महीने में यात्री वाहनों की घरेलू बिक्री 58 फीसदी तक लुढ़क गई. कंपनी ने पिछले महीने में सिर्फ 7,316 वाहनों की बिक्री की. जबकि पिछले साल इसी अवधि में कंपनी ने 17,351 वाहनों की बिक्री की थी.
इसी तरह टाटा मोटर्स के कॉमर्शियल वाहनों की कुल बिक्री पिछले महीने 45 फीसदी कम हुई है. अगर साल 2018 की बात करें तो टाटा मोटर्स की बिक्री में 60.28 फीसदी की गिरावट आई है. बाकी सभी ऑटो मेकर कंपनियों से टाटा मोटर्स की तुलना करें तो टाटा की गिरावट सबसे ज्यादा है.