
इंडिगो के पास 106 ए-320 नियो एयर क्राफ्ट हैं, जबकि गो एयर के पास 43 ऐसे विमान हैं. इन विमानों में प्रैट और व्हिटनी इंजन लगे हैं. बता दें कि जबसे इन कंपनियों ने प्रैट और व्हिटनी इंजन लगा है. इन विमानों में लगातार गड़बड़ी की शिकायतें आ रही थीं.
लो प्रेशर टरबाइन की समस्या से जूझ रहे विमान
इन गड़बड़ियों को विमानन तकनीकी भाषा में LPT यानी कि लो प्रेशर टरबाइन फेल्योर कहा जाता है. इंडिगो में ये समस्या बार-बार आ रही थी. इसके डीजीसीए ने पिछले साल एक नवंबर को इंडिगो को कहा था कि वो 31 जनवरी तक अपने सारे इंजन को आधुनिक इंजन से बदल ले. हालांकि डीजीसीए ने बाद में इंजन बदलने की मियाद बढ़ाकर 30 मई तक कर दी.
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180 विमानों का बदला जाएगा इंजन
मंगलवार को डीजीसीए ने कहा कि प्रैट और व्हिटनी कंपनी मुंबई में एअर इंडिया के सहयोग से एक मेंटेनेंस, रिपेयर और ओवरहॉल संस्था स्थापित करने वाली है. इस जगह पर LPT इंजनों को बदला जा सकेगा.
डीजीसीए के महानिदेशक ने समाचार एजेंसी पीटीआई से कहा, "इससे अपग्रेडेशन में लगने वाला वक्त काफी कम हो जाएगा, ये संस्थान जल्द ही काम करने लगेगा. डीजीसीए ने कहा कि यहां पर 180 नए इंजन को पुराने इंजनों के साथ बदला जाएगा, इसमें से 90 इंजनों को बदलने का काम पूरा होने को है. बाकी का काम मई में पूरा होगा.