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इन्‍फोसिस के शेयर में तेजी का फायदा बाजार को, सेंसेक्‍स हरे निशान पर बंद

आईटी सेक्‍टर की कंपनी इन्‍फोसिस के अच्‍छे नतीजों का फायदा भारतीय शेयर बाजार को मिला. सप्‍ताह के पहले कारोबारी दिन सेंसेक्‍स 160 अंक मजबूत हुआ.

सेंसेक्‍स हरे निशान पर बंद सेंसेक्‍स हरे निशान पर बंद
aajtak.in
  • मुंबई,
  • 15 जुलाई 2019,
  • अपडेटेड 5:44 PM IST

आईटी सेक्‍टर की कंपनी इन्फोसिस में तेजी के अलावा ग्‍लोबल मार्केट के पॉजिटिव संकेतों की वजह से सोमवार को शेयर बाजार में रौनक रही. कारोबार के अंत में सेंसेक्स 160 अंक बढ़त के बाद 0.41 फीसदी की मजबूती के साथ 38 हजार 896 अंक पर बंद हुआ.

वहीं अगर निफ्टी की बात करें तो 35.85 अंक यानी 0.31 फीसदी की बढ़त के साथ 11 हजार 588 अंक पर रहा. कारोबार के दौरान सेंसेक्‍स 39 हजार 023 के उच्‍च स्‍तर पर भी गया तो 38 हजार 696 अंक के निचले स्‍तर पर भी पहुंच गया. इसी तरह कारोबार के दौरान निफ्टी 11 हजार 618 से  11 हजार 532 अंक के दायरे में रहा.

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इन्‍फोसिस में 7 फीसदी से अधिक बढ़त

कारोबार के दौरान सबसे अधिक फायदा इन्फोसिस के शेयर को मिला. दरअसल, शुक्रवार को इन्‍फोसिस के तिमाही नतीजे आए थे. इन नतीजों के मुताबिक कंपनी को मुनाफा हुआ है. कंपनी का मुनाफा जून तिमाही में 5.3 फीसदी बढ़ा जो उम्मीद से बेहतर है. इस वजह से सोमवार को कारोबार के अंत में इन्‍फोसिस के शेयर 7.20 फीसदी बढ़त के साथ बंद हुआ. इसी तरह टीसीएस का शेयर भी 1.77 फीसदी मजबूत हुआ. मुनाफे में रहने वाले अन्‍य शेयरों की बात करें तो सन फार्मा, टेक महिंद्रा, मारुति, कोटक बैंक, बजाज फाइनेंस और एचडीएफसी बैंक और एचडीएफसी रहे. इनमें 3.61 फीसदी  तक की तेजी आई.

इन शेयरों में आई गिरावट

वहीं दूसरी तरफ इंडसइंड बैंक, एलएंडटी, आईटीसी, भारती एयरटेल, आईसीआईसीआई बैंक, यस बैंक, एसबीआई तथा हीरो मोटो कॉर्प में 2.28 फीसदी तक की गिरावट आई. इन्फोसिस में तेजी के अलावा थोक मुद्रास्फीति में गिरावट का भी बाजार पर अच्छा प्रभाव पड़ा. जून में थोक महंगाई दर घटकर 2.02 फीसदी पर आ गई जो 23 महीने का न्यूनतम स्तर है. एशिया के अन्य बाजारों में चीन का शंघाई कंपोजिट इंडेक्स, हांगकांग का हैंगसेंग, जापान का निक्की लाभ में जबकि दक्षिण कोरिया का कोस्पी नुकसान में रहा.

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DHFL में 30 फीसदी की गिरावट

सोमवार को दीवान हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड (डीएचएफएल) के शेयर के मूल्य में करीब 30 फीसदी की गिरावट आई. दरअसल, डीएचएफएल ने पिछले सप्ताह के आखिर में बताया कि वित्त वर्ष 2018-19 की चौथी तिमाही में कंपनी का घाटा 2,223 करोड़ रुपये रहा. डीएचएफएल की ओर से जारी बयान में कहा गया, "सितंबर 2018 के बाद खर्च में काफी कमी और कर्ज में वृद्धि के कारण कंपनी की वित्तीय स्थिति तिमाही के दौरान काफी तनावपूर्ण रही जिसका असर पूरे साल के प्रदर्शन पर पड़ा." डीएचएफएल के शेयर का भाव कारोबारी सत्र के आखिर में 29.78 फीसदी की गिरावट के साथ 48.10 रुपये प्रति शेयर रहा.

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