
आर्थिक संकट से जूझ रही एयरलाइन कंपनी जेट एयरवेज में खाड़ी देश की एतिहाद एयरवेज ने अपना हिस्सा बढ़ाने के लिए बोली दी है. जानकारी के मुताबिक एतिहाद ने गुरुवार को एक्सपेंशन ऑफ इंटरेस्ट जमा किया है.
इसका मतलब यह हुआ कि एतिहाद एयरलाइन ने जेट एयरवेज में हिस्सेदारी बढ़ाने में दिलचस्पी दिखाई है. अभी एतिहाद के पास जेट का 24 फीसदी हिस्सा है. अहम बात यह है कि बीते महीने ही एतिहाद एयरलाइन ने जेट एयरवेज के कर्जदाताओं से कहा था कि वह अपना हिस्सा नहीं बढ़ाएगी. इस बीच जेट एयरवेज ने अंतरराष्ट्रीय परिचालन को सोमवार तक निलंबित रखने का फैसला किया है. एयरलाइन सूत्रों ने यह जानकारी दी है.
इससे पहले ऐसी खबरें भी चल रही थीं कि जेट एयरवेज के पूर्व चेयरमैन नरेश गोयल एयरलाइन में हिस्सेदारी खरीदने का प्रस्ताव दे सकते हैं. हालांकि इसकी पुष्टि नरेश गोयल से नहीं की जा सकी. लेकिन अगर ऐसा होता है तो जेट अपने दो बड़े शेयरहोल्डर्स की लड़ाई का मैदान बन जाएगी. अंतिम बोली जमा करने की आखिरी तिथि शुक्रवार यानी आज है.
बता दें कि भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) की अगुवाई वाले बैंकों के समूह की तरफ से एसबीआई कैप को कर्ज में डूबी एयरलाइन में हिस्सेदारी बिक्री की जिम्मेदारी मिली है. बिक्री के लिये 31 फीसदी से 75 फीसदी तक हिस्सेदारी रखी गयी है. एसबीआई की अगुवाई में बैंकों ने 8 अप्रैल को जेट एयरवेज में हिस्सेदारी बिक्री के लिए रूचि पत्र आमंत्रित किया था. पहले अंतिम बोली जमा करने की तिथि 10 अप्रैल थी. हालांकि इसे बढ़ाकर बाद में 12 अप्रैल कर दी गई.
नरेश गोयल ने पीएनबी के पास गिरवी रखी हिस्सेदारी
इस बीच नरेश गोयल ने संकट में फंसी एयरलाइन में अपनी 26 फीसदी हिस्सेदारी पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) के पास गिरवी रखी है. जेट एयरवेज के मुताबिक गोयल ने पंजाब नेशनल बैंक के पास 2.95 करोड़ शेयर यानी 26.01 फीसदी हिस्सेदारी गिरवी रखी है. यह हिस्सेदारी कर्ज के लिए सुरक्षा गारंटी है. ऋण समाधान योजना के तहत , नरेश गोयल और उनकी पत्नी अनिता गोयल पिछले सप्ताह कंपनी के निदेशक मंडल से हट गए थे. बता दें कि जेट एयरवेज पर फिलहाल एसबीआई के अगुवाई वाले कर्जदाताओं के 8,000 करोड़ रुपये बकाया है.
प्रभु ने जेट मुद्दे की समीक्षा का निर्देश दिया
इस बीच नागर विमानन मंत्री सुरेश प्रभु ने शुक्रवार को कहा कि उन्होंने नागर विमानन सचिव को जेट एयरवेज से संबंधित मुद्दों की समीक्षा करने और यात्रियों को हो रही असुविधा को कम करने के लिए आवश्यक कदम उठाने का निर्देश दिया है.
प्रभु ने ट्वीट किया, "नागर विमानन सचिव को जेट एयरवेज से जुड़े मुद्दों की समीक्षा करने के लिए निर्देश दिए हैं। उनसे यात्रियों को हो रही असुविधा को कम करने और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक कदम उठाने को कहा है." बता दें कि जेट एयरवेज के 120 विमानों के बेड़े में से अब परिचालन के लिए मात्र 14 विमान ही रह गए हैं.