
बंद होने की कगार पर खड़ी एयरलाइन जेट एयरवेज के फाउंडर नरेश गोयल का शराब कारोबारी विजय माल्या ने समर्थन किया है. इसके साथ ही उन्होंने भारतीय बैंकों से लिए गए कर्ज को लौटाने की अपनी पेशकश भी दोहराई है. विजय माल्या ने आरोप लगाया कि भारत सरकार निजी विमानन कंपनियों के साथ भेदभाव कर रही है. माल्या ने कहा कि भारत सरकार ने सरकारी एयरलाइन एयर इंडिया को सहायता राशि दी, जबकि किंगफिशर एयरलाइन एवं अब जेट एयरवेज को संकट से उबारने में सरकार ने मदद नहीं की.
माल्या ने ट्वीट किया, ' एक समय में जेट, किंगफिशर की बड़ी प्रतिद्वंद्वी हुआ करती थी लेकिन इस समय एक बड़ी एयरलाइन को विफलता के कगार पर पहुंचता देख मुझे दुख हो रहा है. सरकार ने एयर इंडिया को संकट से उबारने के लिए 35,000 करोड़ रुपये की सहायता राशि दी. पीएसयू होना भेदभाव का आधार नहीं हो सकता.' विजय माल्या ने कहा, 'मैंने किंगफिशर में काफी अधिक निवेश किया. वह एयरलाइन तेजी से बढ़ी और भारत की सबसे बड़ी और सबसे अधिक पुरस्कृत एयरलाइन बन गई. ये सच है कि किंगफिशर ने सार्वजनिक क्षेत्रों के बैंकों से भी कर्ज लिया. मैंने 100 फीसदी कर्ज लौटाने की पेशकश की, इसके बावजूद मुझ पर आपराधिक आरोप लगाये जा रहे हैं...'
विजय माल्या ने मीडिया पर भी हमला बोलते हुए दावा किया कि वह जब भी सरकारी बैंकों को पैसा लौटाने की बात करते हैं तो मीडिया में ऐसी खबरें चलने लगती हैं कि वह ब्रिटेन से भारत में प्रत्यर्पित किये जाने से 'डर' गए हैं. उन्होंने सवाल किया, 'मैं लंदन में रहूं या भारत की किसी जेल में, मैं रुपये लौटाने को तैयार हूं. बैंक मेरी पेशकश के बावजूद रुपये क्यों नहीं ले रहे हैं.' बता दें कि विजय माल्या पर करीब 9,000 करोड़ रुपये की वित्तीय धोखाखड़ी और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप हैं.