
आर्थिक संकट से जूझ रही प्राइवेट सेक्टर की एयरलाइन जेट एयरवेज चौथी तिमाही के नतीजों के ऐलान की स्थिति में नहीं है.दरअसल, जेट एयरवेज की ओर से शेयर बाजार को सूचना दी गई कि वह 31 मार्च को समाप्त वित्त वर्ष 2018-19 की ऑडिट रिपोर्ट पर विचार करने और उसको मूंजरी देने की स्थिति में नहीं है.
कंपनी ने कहा, " कर्जदाताओं की ओर से कंपनी संचालन पर नियंत्रण में बदलाव के अलावा आमंत्रित बोली प्रक्रिया और निदेशक मंडल के सदस्यों , प्रबंधन टीम के प्रमुख सदस्यों के इस्तीफे की वजह से हम नतीजे घोषित नहीं कर सकते हैं.
इस बीच खबर है कि जेट एयरवेज ने अपने इंजीनियरिंग स्टाफ को सिस्टम से एयरक्राफ्ट का पूरा डाटा हटाने को कहा है. इसका मतलब यह हुआ कि 1 जून से IBM के सर्वर जेट एयरवेज को आईटी सपोर्ट नहीं देंगे. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक एयरलाइन ने अपने कर्मचारियों को पत्र लिखकर बताया है कि 1 जून 2019 से जेट एयरवेज और जेटलाइट AMOS प्रोडक्शन एनवॉयरमेंट का इस्तेमाल नहीं किया जा सकेगा. यह स्विस कंपनी का एक सॉफ्टवेयर है.
8500 करोड़ का कर्ज
बता दें कि जेट एयरवेज पर 8500 करोड़ रुपये का कर्ज है. इस वजह से कंपनी ने अपनी विमान सेवाएं अस्थायी तौर पर बंद कर दी है. इसके अलावा जेट एयरवेज के कर्मचारी भी सैलरी संकट से जूझ रहे हैं. कई कर्मचारियों ने तो नौकरी भी छोड़ दी है. वहीं जेट एयरवेज का कंट्रोल एसबीआई की अगुवाई में बैंकों के समूह के पास आ चुका है. कंपनी की नीलामी की प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है. इन हालातों में जेट एयरवेज के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) विनय दुबे समेत कई बड़े अधिकारियों ने पद से इस्तीफा दे चुके हैं.