
लॉकडाउन के बाद अनलॉक-1 के फेज में मॉल खोल तो दिए गए हैं, लेकिन इनका कारोबार पहले के मुकाबले एक-चौथाई भी नहीं हो रहा. रिटेलर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया के एक सर्वे में यह जानकारी दी गई है.
सर्वे के अनुसार, एक साल पहले की तुलना में जून के पहले पखवाड़े में मॉल्स के कारोबार में 77 फीसदी की गिरावट आई है. यानी उनका कारोबार पहले के मुकाबले 25 फसदी से भी कम, करीब 23 फीसदी रह गया है.
कोरोना पर फुल कवरेज के लिए यहां क्लिक करें
सबका बिजनेस डाउन
ऐसा नहीं कि कारोबार सिर्फ मॉल्स की दुकानों का ही घटा हो. इस दौरान बाजारों के खुदरा कारोबारियों के कारोबार में भी इस दौरान 61 फीसदी की गिरावट आई है. जानकारों का कहना है कि लॉकडाउन में नरमी के बावजूद उपभोक्ताओं का सेंटिमेंट काफी डाउन है. इस वजह से लोग खरीदारी करने से बच रहे हैं.
न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, इस सर्वे में कहा गया है कि लॉकडाउन में जो नरमी दी गई है उसका खुदरा कारोबारियों को फायदा नहीं हो रहा, क्योंकि उनके कारोबार में कोई खास बढ़त नहीं हो पा रही.
देश-दुनिया के किस हिस्से में कितना है कोरोना का कहर? यहां क्लिक कर देखें
गौरतलब है कि जून की शुरुआत में ही लॉकडाउन में नरमी देते हुए सरकार ने अनलॉक-1 घोषित किया था. ज्यादातर राज्यों ने मॉल और बड़े बाजारों के खुदरा दुकानों को भी करीब 70 दिन के बाद खोलने की इजाजत दे दी थी.
ग्राहकों का सेंटिमेंट कमजोर
रिटेलर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया ने एक बयान में कहा, 'यह पाया गया कि उपभोक्ताओं का सेंटिमेंट लगातार कमजोर बना हुआ है. हाल के एक कंज्यूमर सर्वे में यह देखा गया है कि लॉकडाउन के बाद भी हर 5 में से 4 भारतीय ने अपने शॉपिंग खर्च में कटौती की है.'
इसे भी पढ़ें: चीनी माल का बहिष्कार करेंगे व्यापारी, दिसंबर 2021 तक चीन को देंगे 1 लाख करोड़ का झटका
आरएआई के अनुसार क्विक सर्विस रेस्टोरेंट और रेस्टोरेंट पर खर्च के मामले में सेंटिमेंट में 70 फीसदी की गिरावट, कपड़े और परिधान में 69 फीसदी की गिरावट, घड़ियों, ज्वैलरी और अन्य पर्सनल एसेसरीज में 65 फीसदी की गिरावट आई है.