
अमेरिका के सेंट्रल बैंक फेड रिजर्व ने उम्मीद के मुताबिक ब्याज दरों में 25 बेसिस प्वॉइंट की कटौती की है. इसका निगेटिव असर भारतीय शेयर बाजार पर देखने को मिल रहा है. सप्ताह के चौथे कारोबारी दिन सेंसेक्स और निफ्टी में बड़ी गिरावट दर्ज की गई. कारोबार के अंत में सेंसेक्स करीब 470 अंक टूटकर 36,093.47 के स्तर पर बंद हुआ है. वहीं निफ्टी 136 अंक टूटकर 10,705 के स्तर पर बंद हुआ. कारोबार के दौरान सबसे अधिक गिरावट यस बैंक के शेयर में रही. यस बैंक के शेयर 15 फीसदी से अधिक लुढ़क गए.
क्या है बाजार में हाहाकार की वजह
दरअसल, यूएस फेड की ब्याज दरों में कटौती के फैसले से अमेरिका में लोगों को तो राहत मिली है लेकिन मंदी के संकेत भी मिल रहे हैं. वहीं यूएस फेड ने भविष्य को लेकर भी स्थिति स्पष्ट नहीं की है. इन हालातों में निवेशकों में एक डर का माहौल बन गया है.
बता दें कि ब्याज दरों में कटौती करेंसी वैल्यू को गिरा देती है क्योंकि कम दर होने के कारण ब्याज देने वाली एसेट्स जैसे सरकारी बॉन्ड या डेट में निवेश पर कम पैसा मिलेगा. इससे डॉलर के मूल्यांकन में कमी आएगी. डॉलर में कमी का मतलब यह हुआ कि दुनिया भर की करेंसी और कारोबार पर इसका बुरा असर पड़ेगा. बता दें कि अधिकतर देशों का कारोबार डॉलर के जरिए होता है.
दोपहर में बाजार का हाल
- बता दें कि दोपहर 3 बजे सेंसेक्स में 500 अंकों की गिरावट आई और यह 36 हजार 60 अंक पर आ गया.
- दोपहर करीब 2 बजे सेंसेक्स 490 अंक गिरकर 36 हजार 50 अंक के स्तर पर आ गया. वहीं निफ्टी 10 हजार 700 के नीचे कारोबार करता दिखा.
- दोपहर करीब 1.20 बजे सेंसेक्स 400 अंक से अधिक लुढ़क कर 36 हजार 160 के स्तर पर आ गया. वहीं निफ्टी की बात करें तो 130 अंक टूट कर 10 हजार 710 के स्तर पर कारोबार करता दिखा.
- दोपहर 11.55 बजे के करीब सेंसेक्स 300 अंक लुढ़क कर 36 हजार 260 के स्तर पर कारोबार करता दिखा. वहीं निफ्टी में 90 अंक की गिरावट आई और यह 10 हजार 750 के स्तर पर आ गया. निफ्टी करीब 4 हफ्ते के निचले स्तर पर है.
- वहीं इस दौरान शेयरों की बात करें तो सबसे अधिक यस बैंक में गिरावट आई. यस बैंक के शेयर करीब 8 फीसदी तक लुढ़क गए. इसके अलावा टाटा स्टील, वेदांता, आईसीआईसीआई बैंक, एचसीएल, टीसीएस और हीरो मोटोकॉर्प जैसे शेयर भी 1 फीसदी से अधिक गिरावट के साथ कारोबार करते देखे गए. एयरटेल, एशियन पेंट और टाटा मोटर्स गेनर की भूमिका में नजर आए.
-इससे पहले शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 200 अंक से अधिक लुढ़क कर 36 हजार 400 के नीचे आ गया तो वहीं निफ्टी को 70 अंकों का नुकसान हुआ. कारोबार के शुरुआती 15 मिनटों में निफ्टी 10 हजार 800 के स्तर के नीचे आ गया. शुरुआती कारोबार में बैंकिंग, आईटी और मेटल सेक्टर के शेयर धड़ाम हो गए.
बुधवार को दिखी थी रिकवरी
इससे पहले कच्चे तेल में नरमी और रुपये की मजबूती से निवेशकों का भरोसा बढ़ने से घरेलू शेयर बाजार में दो दिन से जारी गिरावट बुधवार को थम गई. सप्ताह के तीसरे कारोबारी दिन सेंसेक्स 82.79 अंकों की तेजी के साथ 36 हजार 564 पर और निफ्टी 23 अंकों की तेजी के साथ 10 हजार 840 अंक पर बंद हुआ. दिनभर के कारोबार में सेंसेक्स ने 36,712.99 के ऊपरी स्तर और 36,465.92 के निचले स्तर को छुआ. इसी तरह दिनभर के कारोबार में निफ्टी ने 10,885.15 के ऊपरी और 10,804.85 के निचले स्तर को छुआ.
ई-सिगरेट पर बैन का भी फायदा
बीते कारोबारी दिन सरकार के ई-सिगरेट पर बैन के फैसले के बाद आईटीसी, गॉडफ्रे फिलिप्स समेत अन्य सिगरेट निर्माताओं के शेयरों में तेजी दर्ज की गई. गॉडफ्रे फिलिप्स के शेयर 5.55 फीसदी की तेजी के साथ 990.95 पर, जबकि आईटीसी के शेयर 1.03 फीसदी की तेजी के साथ 239.60 पर बंद हुए. वीएसटी इंडस्ट्रीज और गोल्डन टोबैको के शेयरों में भी तेजी आई और वे क्रमश: 3.43 फीसदी और 4.69 फीसदी की तेजी के साथ बंद हुए.
बता दें कि सरकार ने अध्यादेश लाकर ई-सिगरेट पर प्रतिबंध लगाया है और शीत सत्र में इस संबंध में संसद में विधेयक पेश किया जाएगा. इस फैसले के तहत पहली बार कानून के उल्लंघन पर एक साल की सजा या 1 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है. दोबारा कानून तोड़ने पर 3 साल की जेल या 5 लाख रुपये का जुर्माना या दोनों लगाए जाएंगे.