
8 नवंबर को नोटबंदी का एक साल पूरा होने वाला है. यानी नोटबंदी एक साल का हो जाएगा. इस एक साल के दौरान नोटबंदी को लेकर लोगों की सोच और उसके प्रति उनके अप्रोच में काफी बदलाव देखने को मिला है. वहीं कारोबारी जगत का भी कुछ ऐसा ही हाल है.
नोटबंदी के ठीक बाद दिल्ली के होलसेल बाजार में जबरदस्त उथल-पुथल मच गई. बाजारों में सन्नाटा छा गया था. खासतौर से छोटे व्यापारियों का काम सबसे बुरी तरह प्रभावित हुआ या यूं कहें कि जिन छोटे व्यापारियों का ज्यादातर काम कैश में होता था, उनका व्यापार पटरी से उतर गया. लेकिन अभी एक साल बाद पुरानी दिल्ली के उन्ही बड़े बाजार की क्या सूरत है ये जानने के लिए आजतक की टीम चांदनी चौक बाजार पहुंची.
मार्केट के संजय भार्गव बताते हैं कि नोटबंदी से मार्केट में बहुत परेशानी पैदा हुई थी कैश खत्म हो गया था. 80 पर्सेंट प्लास्टिक मनी और 20 प्रतिशत कैश का इस्तेमाल होने लगा था. इसके ठीक बाद आए जीएसटी ने कपड़ा व्यापार ठप कर दिया था. पर अब सब सामान्य हो गया है. कैश और कार्ड का रेश्यो अब 50-50 फीसदी पहुंच गया है.
मार्केट के दूसरे व्यापारी पदाधिकारी कहते हैं कि नोटबंदी से जहां मार्केट ठप हो गया था, वहीं कई कर्मचारियों की नौकरी तक चली गई थी. पर अब स्थिति सुधर रही है. बाजार में रौनक लौट रही है. नौकरियां भी अब मिलने लगी हैं.