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जेटली ने कहा- 30 सितंबर तक करें अघोष‍ित आय का खुलासा, गोपनीय रखी जाएगी जानकारी

वित्त मंत्री ने कहा कि इनकम डि‍क्लरेशन स्कीम-16 कानून के तहत जो कोई भी अपनी अघोष‍ित आय का खुलासा करेगा, उसकी सूचना किसी दूसरी अथॉरिटी से साझा नहीं की जाएगी.

रोहित गुप्ता
  • नई दिल्ली,
  • 28 जून 2016,
  • अपडेटेड 8:45 AM IST

वित्त मंत्री अरुण जेटली ने मंगलवार को कहा कि जिन लोगों के पास काला धन है, वे 30 सितंबर तक हर हाल में इसकी घोषणा कर दें. उन्होंने कहा कि 30 सितंबर तक 45 फीसदी टैक्स चुकाकर अघोष‍ित आय को वैध किया जा सकता है.

गोपनीय रखी जाएगी जानकारी: वित्त मंत्री
वित्त मंत्री ने आय घोषणा योजना पर चैंबर्स ऑफ कॉमर्स और एसोसिएशन ऑफ प्रोफेशनल्स के साथ बैठक के बाद कहा कि इनकम डि‍क्लरेशन स्कीम-16 कानून के तहत जो कोई भी अपनी अघोष‍ित आय का खुलासा करेगा, उसकी सूचना किसी दूसरी अथॉरिटी से साझा नहीं की जाएगी. उन्होंने कहा कि इस स्कीम के तहत की जाने वाली घोषणा पूरी तरह गोपनीय रहेगी. इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी अपने कार्यक्रम मन की बात में लोगों से 30 सितंबर तक अघोषित आय का खुलासा करने के लिए कहा था.

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बैठक में वित्त राज्य मंत्री भी रहे मौजूद
जेटली ने मंगलवार को इंडस्ट्री, बैंकर्स के संगठनों, सीआईआई, टैक्स विभाग के अध‍िकारियों के साथ कालेधन की घोषणा को लेकर एक उच्चस्तरीय बैठक की. इस बैठक में वित्त राज्य मंत्री जयंत सिन्हा और रेवेन्यू सेक्रेटरी हंसमुख अध‍िया या भी मौजूद थे. यह अपनी तरह की पहली बैठक थी, जिसमें वित्त मंत्री ने इंडस्ट्री के लोगों को भरोसा दिलाया कि कालेधन को लेकर जो कोई भी घोषणा करेगी, उसकी जानकारी पूरी तरह गोपनीय रहेगी.

सीए संगठनों ने टैक्स की रकम तीन किश्तों में चुकाने की मांगी छूट
जेटली ने इस बैठक में यह साफ कर दिया कि अघोष‍ित आय की घोषणा की अंतिम तारीख 30 सितंबर ही रहेगी. जबकि इंडस्ट्री से जुड़े लोगों ने डेडलाइन 30 सितंबर की बजाय बढ़ाकर दिसंबर या मार्च तक करने का सुझाव दिया था. इंडस्ट्रियल संगठनों ने अघोष‍ित आय पर दिए जाने वाले टैक्स को किश्तों में दिए जाने की छूट देने की मांग की. चार्टर्ड अकाउंटेंट्स के संगठनों ने इसके लिए कम से कम तीन किश्तों का प्रावधान रखने की मांग की.

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राजन बोले- हमें ढांचागत सुधारों की राह पर बने रहना चाहिए
इस बीच रिजर्व बैंक के गवर्नर रघुराम राजन ने कहा कि ऋण कारोबार बढ़ाने से पहले हमें बैंकों की वसूली में फंसी संपत्त‍ियों का मामला सुलझाना चाहिए. उन्होंने कहा कि हमें ठोस घरेलू नीतियों और ढांचागत सुधारों की राह पर बने रहना चाहिए. बतौर राजन, भारत चुनौतीपूर्ण ग्लोबल एनवॉयरमेंट में मजबूत मजबूत आर्थिक वृद्धि और बेहतर बुनियादी कारकों के साथ अलग खड़ा है.

रिजर्व बैंक की फाइनेंश‍ियल स्टेबिल‍िटी रिपोर्ट (एफएसआर) राहत की खबर लेकर आई है. एफएसआर के मुताबिक, बैंकिंग क्षेत्र के समक्ष बड़ी चुनौतियों के बावजूद भारत की वित्तीय प्रणाली मजबूत है.

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