
पेट्रोल और डीजल के दाम में सोमवार को लगातार तीसरे दिन गिरावट का सिलसिला जारी रहा. पेट्रोल के दाम में जहां 22-23 पैसे प्रति लीटर की कटौती की गई है, वहीं डीजल फिर 20-21 पैसे प्रति लीटर सस्ता हो गया है.
इन तीन दिनों में उपभोक्ताओं को पेट्रोल और डीजल के दाम में करीब 50 पैसे प्रति लीटर की राहत मिली है. अंतरराष्ट्रीय बाजार में बीते दिनों कच्चे तेल के दाम में आई भारी गिरावट के कारण पेट्रोल और डीजल के दाम में कमी आई है. हालांकि कच्चे तेल में फिर तेजी लौटी है.
अब कितना हुआ भाव
तेल मार्केटिंग कंपनियों ने सोमवार को पेट्रोल के दाम में दिल्ली, कोलकाता और मुंबई में 22 पैसे जबकि चेन्नई में 23 पैसे प्रति लीटर की कटौती की. वहीं, डीजल का दाम दिल्ली और कोलकाता में 20 पैसे जबकि मुंबई और चेन्नई में 21 पैसे प्रति लीटर कम हो गया है.
इंडियन ऑयल की वेबसाइट के अनुसार, दिल्ली, कोलकाता, मुंबई और चेन्नई में पेट्रोल का दाम घटकर क्रमश: 71.49 रुपये, 74.16 रुपये, 77.18 रुपये और 74.28 रुपये प्रति लीटर हो गया है.
चारों महानगरों में डीजल का भाव भी घटकर क्रमश: 64.10 रुपये, 66.43 रुपये, 67.13 रुपये और 67.65 रुपये प्रति हो गया है.
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कच्चा तेल मजबूत
अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम में सोमवार को तीन फीसदी से ज्यादा की तेजी आई. आईसीई पर ब्रेंट क्रूड के मई सौदे में 3.32 फीसदी की तेजी के साथ 51.32 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार चल रहा था. वहीं न्यूयॉर्क मर्केंटाइल एक्सचेंज पर अमेरिकी लाइट क्रूड वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट के अप्रैल अनुबंध में पिछले सत्र से 3.04 फीसदी की तेजी के साथ 46.12 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार चल रहा था.
कोरोना का असर
इसके पहले कोरोना वायरस के प्रकोप की वजह से कच्चे तेल में गिरावट आई थी. कोरोना वायरस के कहर से पिछले हफ्ते तक कच्चे तेल का बाजार बुरी तरह प्रभावित हुआ है. अंतरराष्ट्रीय बाजार में बेंचमार्क कच्चा तेल ब्रेंट क्रूड का भाव इस साल की ऊंचाई से तकरीबन 30 फीसदी टूट चुका है.
पिछले हफ्ते ब्रेंट क्रूड का दाम 50 डॉलर प्रति बैरल के आसपास था जो कि 26 दिसंबर 2018 के बाद के निचले स्तर पर है, जब भाव गिरकर 49.93 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया था. कच्चे तेल के दाम में गिरावट आने से भारतीय उपभोक्ताओं को पेट्रोल और डीजल समेत अन्य पेट्रोलियम उत्पादों की महंगाई से राहत मिल सकती है.
गिरावट के कुछ और भी कारक
कोरोना के कहर के अलावा कच्चे तेल के दाम में नरमी के कुछ और भी कारक हैं. केडिया एडवायजरी के डायरेक्टर अजय केडिया बताते हैं कि कच्चे तेल के फंडामेंटल्स फिलहाल कमजोर हैं क्योंकि अमेरिका में तेल का उत्पादन बढ़ रहा है और वैश्विक अर्थव्यवस्था के विकास की गति मंद पड़ जाने से तेल की खपत मांग घट गई है.