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PMC बैंक फ्रॉड: मुंबई पुलिस की बड़ी कार्रवाई, पूर्व MD गिरफ्तार

पंजाब एंड महाराष्ट्र कोऑपरेटिव बैंक के फ्रॉड मामले में मुंबई पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए बैंक के निलंबित मैनेजिंग डायरेक्‍टर को गिरफ्तार कर लिया है.

पीएमसी बैंक के पूर्व एमडी जॉय थॉमस हिरासत में पीएमसी बैंक के पूर्व एमडी जॉय थॉमस हिरासत में
aajtak.in
  • मुंबई,
  • 04 अक्टूबर 2019,
  • अपडेटेड 10:23 PM IST

  • पीएमसी बैंक के 4,355 करोड़ रुपये के घोटाले मामले में हुई कार्रवाई
  • फ्रॉड मामले में रियल एस्‍टेट कंपनी एचडीआईएल के निदेशक भी हो चुके हैं गिरफ्तार

पंजाब एंड महाराष्ट्र कोऑपरेटिव बैंक के फ्रॉड मामले में मुंबई पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है. दरअसल, मुंबई पुलिस की ओर से बैंक के निलंबित मैनेजिंग डायरेक्‍ट जॉय थॉमस को गिरफ्तार कर लिया गया है. पुलिस ने यह कार्रवाई  बैंक में 4,355 करोड़ रुपये के घोटाले के मामले में की है.

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न्‍यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा द्वारा दर्ज प्राथमिकी का संज्ञान लेते हुए मुंबई तथा आस-पास के छह ठिकानों पर शुक्रवार को छापेमारी की. इसके बाद जॉय थॉमस को गिरफ्तार कर लिया गया. पुलिस के एक अधिकारी ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि थॉमस को पूछताछ के लिए आर्थिक अपराध शाखा के कार्यालय में बुलाया गया था. पूछताछ के बाद उन्हें वहीं गिरफ्तार कर लिया गया.

मामले में तीसरी बड़ी कार्रवाई

पंजाब एंड महाराष्ट्र कोऑपरेटिव (पीएमसी) बैंक के फ्रॉड मामले में मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराधा शाखा की यह लगातार तीसरी बड़ी कार्रवाई है. इससे पहले गुरुवार को निजी कंपनी समूह एचडीआईएल के निदेशक राकेश वधावन और उसके बेटे सारंग वधावन को इसी मामले में हिरासत में लिया था.

बता दें कि मुंबई पुलिस ने पीएमसी बैंक और एचडीआईएल के अधिकारियों के खिलाफ सोमवार को प्राथमिकी दर्ज की थी. बताया जा रहा है कि पीएमसी ने नियमों की अनदेखी कर अपने कर्ज का एक बड़ा हिस्सा भूमि और भवन निर्माण का कारोबार करने वाले  रियल एस्टेट सेक्टर की प्रमुख कंपनी एचडीआईएल समूह की कपंनियों को ही दिया था.  बैंक का 73 फीसदी से अधिक कर्ज नॉन परफॉर्मिंग यानी एनपीए हो चुका है. जानकारी के मुताबिक आर्थिक अपराध शाखा ने एचडीआईएल की 3,500 करोड़ रुपये की संपत्तियां जब्त की है.

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आरबीआई ने क्‍या कहा?

इस बीच रिजर्व बैंक ने बैंकिंग प्रणाली की स्थिति को लेकर व्याप्त आशंकाओं को दूर करने के लिये कहा कि घबराने की कोई बात नहीं है. रिजर्व बैंक ने कहा कि वह सहकारी बैंकों के लिये नियामकीय रूपरेखा की समीक्षा करेगा. दरअसल, पीएमसी बैंक के फ्रॉड मामले के बाद यह कयास लगाए जा रहे थे कि आने वाले दिनों में कोऑपरेटिव बैंकों को लेकर आरबीआई कोई बड़ा फैसला ले सकता है. बता दें कि आरबीआई ने फ्रॉड और गुमराह करने के आरोप में पीएमसी बैंक पर 6 महीने की पाबंदी लगाई है.

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