
पंजाब नेशनल बैंक में हुए 13400 करोड़ रुपये के घोटाले के मामले में बाजार नियामक भारतीय प्रतिभूति व विनिमय बोर्ड (सेबी) ने बैंक को लताड़ लगाई है. सेबी ने नीरव मोदी और मेहुल चौकसी से जुड़े इस घोटाले के तथ्यों का खुलासा देरी से करने पर बैंक को ताकीद दी है. मार्केट रेग्युलेटर ने नियमों का उल्लंघन करने को लेकर उसे सतर्क रहने को कहा है.
सेबी ने सूचनाओं के खुलासे में देरी को गंभीरता से लेते हुए पीएनबी को आगाह किया है कि वह नीरव मोदी तथा गीतांजलि समूह से जुड़े धोखाधड़ी वाले लेन-देन में अनिवार्य नियमों का त्वरित अनुपालन करे.
सेबी ने इस संबंध में गुरुवार को बैंक को वॉर्निंग लेटर जारी किया. इसमें सेबी ने कहा है कि इस घोटाले को लेकर मार्केट रेग्युलेटर को सूचना देने में 5 से 6 दिनों की देरी की जा रही है. रेग्युलेटर के मुताबिक खुलासे में देरी करना लिस्टिंग ऑब्लिगेशन एंड डिस्क्लोजर रिक्वॉयरमेंट्स (LODR) के नियमों का उल्लंघन है.
सेबी ने अपने पत्र में कहा कि नियमों का पालन न करना गंभीरता से लिया जा रहा है. इसके बाद पीएनबी को ताकीद दी जाती है कि वह भविष्य में ऐसी गलती न करें.
बता दें कि इसी साल फरवरी में देश के दूसरे सबसे बड़े सरकारी बैंक पंजाब नेशनल बैंक ने अपनी मुंबई स्थित एक शाखा में करीब 11,400 करोड़ रुपये का फ्रॉड होने की बात जाहिर की थी. हालांकि बाद में जैसे-जैसे परतें खुलीं, तो यह घोटाला 13 हजार करोड़ रुपये के भी पार निकल गया.
इस मामले में लगातार जांच जारी है और इसमें जांच एजेंसियों ने कई गिरफ्तारियां भी कर ली हैं. धोखाधड़ी के इस मामले के केंद्र में हीरा कारोबारी नीरव मोदी और गीतांजलि ज्वैलर्स से जुड़े मेहुल चौकसी हैं.