
पंजाब नेशनल बैंक की मुंबई ब्रांच में हुए 11400 करोड़ रुपए के फ्रॉड ने पूरे देश को हिला कर रख दिया है. मामले का आरोपी हीरा कारोबारी नीरव मोदी देश से बाहर है और दुनियाभर में उसकी तलाश जारी है. इसी बीच एक और बात सामने आई है पिछले कुछ साल से पंजाब नेशनल बैंक को सतर्कता विभाग की तरफ से अवॉर्ड मिला है. ये अवॉर्ड बैंकिंग सेक्टर में शानदार काम के लिए दिया गया है. पीएनबी की वेबसाइट पर इन अवॉर्ड के सर्टिफिकेट भी मौजूद हैं.
पीएनबी को तीन बार ये अवॉर्ड मिला है, इसमें से दो बार ये अवॉर्ड 2017 में ही मिले हैं. साफ है कि ये चौंकाता है कि एक ओर जहां पीएनबी को सतर्कता के लिए अवॉर्ड मिल रहा था, वहीं दूसरी तरफ उनके ही बैंक में इतना बड़ा फ्रॉड हो जाता है.
कई बैंक अधिकारी थे शामिल
आपको बता दें कि पीएनबी के इस घोटाले में बैंक के कई कर्मचारी शामिल थे, जो नीरव मोदी और उसके साथियों के साथ मिलकर फ्रॉड को अंजाम दे रहे थे. इस मामले में जिन लोगों की गिरफ्तारी हुई है, उन्होंने सीबीआई को बताया है कि उन्हें हर LoU के लिए कुछ निश्चित प्रतिशत राशि मिलती थी. ये राशि LoU की राशि के आधार पर तय होता था. ये राशि पीएनबी में सभी कर्मचारियों में बराबर हिस्से में बांटी जाती थी, जो भी इस प्रक्रिया में शामिल होते थे.
नीरव-चोकसी थे और बड़ी लूट की फिराक में, PNB घोटाले के पर्दाफाश से फिरा पानी!
सीबीआई को उन सभी लोगों के नाम दे दिए गए हैं, जिनसे उन्हें पूछताछ करनी है. सीबीआई ने बैंक अधिकारियों से उन सभी बैंक ब्रांच के बारे में भी पूछा जहां पर लगातार रेड मारी जा रही है.
बैंक अधिकारियों ने सीबीआई को बताया कि स्विफ्ट प्रोसेस का इस्तेमाल कई अधिकारियों के द्वारा किया जाता था, जिसमें गोकुलनाथ शेट्टी भी शामिल था. शेट्टी ने कई पासवर्ड के जरिए फ्रॉड को अंजाम देने में मदद की. पूछताछ में सामने आया है कि इस फ्रॉड स्कैम में ना सिर्फ पीएनबी के अधिकारी बल्कि नीरव मोदी और मेहुल चोकसी की कंपनी के कर्मचारी भी शामिल थे.
PNB महाघोटाला: 3 आरोपियों को रिमांड, नीरव फरार, कैसे वसूल होंगे 11400 करोड़?
सीवीसी का सख्त आदेश
केंद्रीय सतर्कता आयोग ने सभी बैंकों को आदेश दिया है कि किसी भी अधिकारी को 3 साल से अधिक एक ब्रांच में ना रखा जाए, 31 दिसंबर 2017 तक ऐसा हुआ तो अभी ट्रांसफर कर दिया जाए. इसके अलावा सीवीसी ने आदेश दिया है कि क्लर्क लेवल पर भी जिन अधिकारियों ने 5 साल पूरे कर लिए हैं उनका भी तुरंत प्रभाव से ट्रांसफर किया जाए.
इस मामले में ईडी ने पीएनबी के कई अधिकारियों और नीरव मोदी-गीतांजलि ग्रुप के कई अधिकारियों को समन किया है. ईडी ने नीरव मोदी और चोकसी की प्रॉपर्टी को शॉर्टलिस्ट किया है, जिसके बाद इन्हें सील करने का काम किया जाएगा. ईडी को शक है कि जो 11400 करोड़ रुपए का घपला हुआ है, वह सारा पैसा विदेश ले जाया गया है.
CBI ने घोटाले के मुख्य आरोपी नीरव मोदी को पकड़ने के लिए इंटरपोल की मदद मांगी है. इसके लिए दुनिया भर के एयरपोर्ट को नोटिस दिया जा चुका है, ताकी अगर नीरव कहीं जाने की कोशिश करे तो भारतीय एजेंसियों को पता चल सके.
इससे पहले भी इंटरपोल के जरिए ये नोटिस जारी किया जा चुका था, लेकिन वो कुछ ही देशों के लिए था. अब ये नोटिस दुनिया भर के लिए है. हालांकि, नीरव मोदी अभी कहा हैं इस बात की सीबीआई के पास अभी तक कोई पुख्ता जानकारी नहीं है.