
रघुराम राजन ने भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर के पद पर दूसरे कार्यकाल में अपनी रुचि को लेकर संकेत दिए हैं. राजन ने कहा कि उन्होंने अपने इस काम में हर पल का आनंद लिया है, लेकिन अभी भी बहुत कुछ करने की जरूरत है. उन्होंने यह बात ऐसे समय कही है जबकि सुब्रमण्यन स्वामी समेत सत्तारूढ़ बीजेपी के कुछ लोग उनके कार्यकाल का विस्तार किए जाने के खिलाफ हैं.
राजन ने कहा, 'चीजों को वास्तव में आगे बढ़ाने के मामले में मुझे संतोष है ताकि (अर्थव्यवस्था में) माहौल सुधरे. मैंने अपने काम के हर पल का आनंद लिया है.' राजन का तीन वर्षीय कार्यकाल सितंबर में खत्म हो रहा है. उन्होंने अपने कार्यकाल के विस्तार के बारे में 'बीजेपी और सरकार के अंदर उत्तेजना' और इस मुद्दे पर राजनीति के बारे में एक प्रश्न के जवाब में यह बात कही.
अभी बाकी है काम
जब उनसे यह पूछा गया कि उन्हें दूसरा कार्यकाल नहीं दिया जाता है तो क्या केंद्रीय बैंक के प्रमुख के तौर पर उनका काम अधूरा रह जाएगा, राजन ने कहा, 'यह एक अच्छा सवाल है. मेरा मानना है कि हमने बहुत कुछ हासिल किया है. मेरा तात्पर्य है कि हमेशा ही कुछ-न-कुछ और करने को बचा ही रहता है.'
'महंगाई और बेरोजगारी के लिए राजन जिम्मेदार'
गौरतलब है कि वरिष्ठ बीजेपी नेता सुब्रमण्यन स्वामी ने गुरुवार को संसद के बाहर पत्रकारों से कहा था कि राजन को उनके पद से हटा देना चाहिए. स्वामी ने देश में औद्योगिक गतिविधियों में गिरावट और बेरोजगारी के लिए राजन की नीतियों को जिम्मेदार बताया है.
'राजन को शिकागो भेजो'
स्वामी ने कहा था, 'मेरे विचार में राजन भारतीय रिजर्व बैंक देश के लिए उपयुक्त नहीं हैं. मैं उनके बारे में ज्यादा कुछ नहीं बोलना चाहता. उन्होंने महंगाई कम करने के नाम पर ब्याज दरों को बढ़ाया है जिसका नुकसान देश को हुआ. उन्हें जल्द-से-जल्द शिकागो वापस भेज देना चाहिए, यही बेहतर होगा.' राजन भारत आने से पहले शिकागो विश्वविद्यालय में बूथ स्कूल ऑफ बिजनस में फाइनेंस पढ़ाते थे. वह इस समय वहां से छुट्टी पर हैं.