
साइरस मिस्त्री की टाटा सन्स से विदाई के बाद अब ग्रुप के नए चेयरमैन की तलाश जारी है और एक बार फिर ग्रुप के अंतरिम चेयरमैन रतन टाटा के सौतेले भाई नोएल टाटा का नाम प्रमुख दावेदारों की सूची में शामिल माना जा रहा है. नोएल, टाटा इंटरनेशनल के मैनेजिंग डायरेक्टर हैं तथा ग्रुप की रिटेल कंपनी ट्रेंट के चेयरमैन हैं.
गौरतलब है कि टाटा सन्स के बोर्ड ने 24 अक्टूबर को सायरस मिस्त्री को कंपनी के चेयरमैन पद से हटा दिया था. उनकी जगह 78 साल के रतन टाटा को ही अंतरिम चेयरमैन बनाया गया है. इस बीच, नए चेयरमैन की तलाश की जा रही है.
नोएल पलोनजी मिस्त्री के दामाद हैं जो टाटा सन्स में ट्रस्ट के बाहर के सबसे बड़े शेयरधारक हैं. उन्होंने ब्रिटेन की ससेक्स यूनीवर्सिटी से इकोनॉमिक्स में आर्ट्स की बैचलर डिग्री ली है और फ्रांस के विश्वविख्यात आईएनएसईएडी से इंटरनेशनल एक्जीक्यूटिव प्रोग्राम किया है. टाटा इंटरनेशनल के जरिए टाटा ग्रुप के साथ नोएल के करियर की शुरुआत हुई. टाटा इंटरनेशनल उस समय टाटा एक्सपोर्ट्स के नाम से जानी जाती थी. स्टाइल और अंदाज में वे रतन टाटा की तरह ही लगते हैं. ग्रुप के अंदर और बाहर आसानी से सुलभ रहते हैं हालांकि नोएल को बड़ा रिस्क उठाने वाला नहीं माना जाता. वे मृदभाषी हैं और लो-प्रोफाइल ही रहते हैं.
इससे पहले जब 2012 में रतन टाटा के उत्तराधिकारी की तलाश शुरू हुई थी तब भी नोएल को टाटा सन्स के चेयरमैन पद का दावेदार बताया गया था. खुद रतन टाटा ने उस समय सीएनएन इंटरनेशनल के टॉक एशिया कार्यक्रम में दिए एक इंटरव्यू में नोएल को टाटा ग्रुप में अपना उत्तराधिकारी होने का दावेदार माना था, लेकिन तब बाजी साइरस मिस्त्री ने मार ली थी.
उधर, ग्रुप से हटाए गए साइरस मिस्त्री भी रतन टाटा के साथ आरपार की लड़ाई के मूड में हैं. उन्होंने किसी समझौते या संधि की संभावना को खारिज किया है. मिस्त्री के अनुसार उनकी लड़ाई 103 अरब डालर के टाटा समूह के साथ संचालन के बड़े मुद्दे को लेकर है और वे इसे समूह में अपने परिवार की 18.5 प्रतिशत हिस्सेदारी को छोड़े बिना ही लड़ेंगे. मिस्त्री की निवेश कंपनियों ने कंपनी कानून की धारा 241 के तहत टाटा संस के खिलाफ उत्पीड़न और कुप्रबंधन का मामला दर्ज कराया है जिसपर टाटा संस ने कहा है कि वह साइरस मिस्त्री के आरोपों के खिलाफ लड़ेगी और राष्ट्रीय कंपनी कानून न्यायाधिकरण (एनसीएलटी) में दायर याचिका में लगाए गए आरोपों का जवाब देगी.