
भारत का विदेशी मुद्रा भंडार एक बार फिर नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया है. रिजर्व बैंक के ताजा आंकड़ों के मुताबिक विदेशी मुद्रा भंडार 6.47 अरब डॉलर की बड़ी वृद्धि के साथ 513.25 अरब डॉलर के स्तर पर पहुंच गया है.
रिजर्व बैंक के अनुसार, इस दौरान गोल्ड रिजर्व भंडार 49.5 करोड़ डॉलर बढ़कर 34.02 अरब डॉलर हो गया. ये आंकड़े तीन जुलाई को समाप्त हुए सप्ताह के हैं. इससे पूर्व 26 जून को समाप्त हुए हफ्ते में देश का विदेशी मुद्रा भंडार 1.27 अरब डॉलर बढ़कर 506.84 अरब डॉलर पर पहुंचा था.
5 जून को पहली बार 500 अरब डॉलर के पार
आपको यहां बता दें कि पांच जून को समाप्त सप्ताह में पहली बार देश का विदेशी मुद्रा भंडार 500 अरब डॉलर के स्तर से ऊपर गया था. उस समय यह 8.22 अरब डॉलर की जोरदार वृद्धि के साथ 501.70 अरब डॉलर पहुंचा था.
वित्त वर्ष 2019-20 में ये रहा हाल
भारतीय रिजर्व बैंक के मुताबिक देश के विदेशी मुद्रा भंडार में वित्त वर्ष 2019-20 के दौरान 64.9 अरब डॉलर की बढ़ोतरी हुई, जबकि इसमें वित्त वर्ष 2018-19 के दौरान 11.7 अरब डॉलर की कमी हुई थी. आपको बता दें कि वर्तमान में भारत का विदेशी मुद्रा भंडार दुनिया के कई बड़े देशों से ज्यादा हो गया है.
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विदेशी मुद्रा भंडार बढ़ने का मतलब
विदेशी मुद्रा भंडार में बढ़ोतरी किसी भी देश की इकोनॉमी के लिए अच्छी बात है. इसमें करंसी के तौर पर अधिकतर डॉलर होता है. डॉलर के जरिए ही दुनियाभर में कारोबार किया जाता है. फिलहाल, डॉलर के मुकाबले भारतीय करंसी 75 रुपये से ज्यादा है. मतलब ये कि एक डॉलर की कीमत 75 रुपये से ज्यादा है.