
केन्द्रीय रिजर्व बैंक ने देश में नोटबंदी लागू होने के बाद देशभर में सर्वे कराना शुरू कर दिया है. इस सर्वे के नतीजे बताएंगे कि 8 नवंबर को लिया गया नोटबंदी का फैसला देश की अर्थव्यवस्था और आम आदमी के लिए कैसा था.
देश के आठ शहरों में जिसमें बंगलुरू, चेन्नई, हैदराबाद, कोलकाता, मुंबई और नई दिल्ली शामिल है इस सर्वे को शुरू कर दिया गया है. इस सर्वे के लिए रिजर्व बैंक ने हंसा रिसर्च ग्रुप की सेवाएं ली है जो केन्द्रीय बैंक के देशभर से 5400 लोगों की राय लेगी.
इन शहरों से 5400 लोगों की राय के अलावा देश के किसी भी कोने से लोग इंटरनेट के जरिए रिजर्व बैंक के सवालों का जवाब देकर इस मुद्दे पर अपनी राय रख सकते हैं. गौरतलब है कि ऐसा सर्वे रिजर्व बैंक अपनी मौद्रिक नीति बनाने के लिए कराता है.
इस बार का सर्वे इसलिए अहम माना जा रहा है क्योंकि इसे नोटबंदी के 50 दिन पूरे होने के बाद शुरू किया गया है और इसके नतीजे नोटबंदी की प्रक्रिया का अर्थव्यवस्था और आम आदमी पर पड़े असर का आंकलने करने जा रही है.
सर्वे में पूछे जाने वाले प्रमुख सवाल इस प्रकार हैं.
1. देश की सामान्य आर्थिक स्थिति कैसी है?
2. बीते एक साल में आपकी आय कैसी थी?
3. अगले एक साल में आपकी आय कैसी रहने की संभावना है?
4. एक साल पहले आपका जरूरी खर्च कैसा रहा और एक साल बाद जरूरी खर्च कैसा रहने की संभावना है.
5. देश में रोजगार की स्थिति कैसी है और आने वाले एक साल के दौरान कैसी रहने की उम्मीद है?
6. देश में बीते साल उत्पाद और सेवाओं की कीमत कैसी थी और कैसी रहने की उम्मीद है?
7. आपने अपने परिवार का खर्च क्यों बढ़ाया अथवा घटाया?
8. मौजूदा समय में आप अपने परिवार की वित्तीय स्थिति को कैसे आंकते हैं?