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वोडाफोन आइडिया को रिकॉर्ड घाटा, वित्त वर्ष 2019-20 में 73,878 करोड़ रुपये का नुकसान

यह भारत के कॉरपोरेट इतिहास में किसी कंपनी को हुआ सबसे ज्यादा घाटा है. यह घाटा उसे सुप्रीम कोर्ट के आदेश के मुताबिक सरकार को एडजस्टेड ग्रॉस रेवेन्यू (AGR) चुकाने की वजह से हुआ है. इतने विशाल घाटे के बावजूद कंपनी भारत में अपने कारोबार विस्तार को लेकर आशावादी है.

वोडाफोन आइडिया को रिकॉर्ड घाटा वोडाफोन आइडिया को रिकॉर्ड घाटा
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 01 जुलाई 2020,
  • अपडेटेड 1:11 PM IST

  • वोडाफोन आइडिया को रिकॉर्ड 73,878 करोड़ रुपये का घाटा
  • कंपनी को एजीआर का करीब 51,400 करोड़ का बकाया चुकाना है

देश की तीसरी सबसे बड़ी दूरसंचार कंपनी वोडाफोन आइडिया को वित्त वर्ष 2019-20 में रिकॉर्ड 73,878 करोड़ रुपये का घाटा हुआ है. यह घाटा उसे सुप्रीम कोर्ट के आदेश के मुताबिक सरकार को एडजस्टेड ग्रॉस रेवेन्यू (AGR) चुकाने की वजह से हुआ है.

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यह भारत के कॉरपोरेट इतिहास में किसी कंपनी को हुआ सबसे ज्यादा घाटा है. कंपनी ने बुधवार को कहा कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के मुताबिक बकाए का प्रावधान करने के बाद मार्च 2020 को समाप्त वित्त वर्ष के दौरान उसका शुद्ध घाटा यानी नेट लॉस 73,878 करोड़ रुपये रहा.

घाटे के बावजूद कंपनी के इरादे मजबूत

इतने विशाल घाटे के बावजूद कंपनी भारत में अपने कारोबार विस्तार को लेकर आशावादी है. तिमाही दर तिमाही आधार पर मार्च तिमाही में कंपनी की आय में 6 फीसदी का इजाफा हुआ है. इसकी वजह यह है कि कंपनी ने दिसंबर में प्रीपेड टैरिफ बढ़ा दिया था.

न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, वोडाफोन आइडिया के एमडी और सीईओ रविंदर ठक्कर ने बताया, 'हमारा फोकस तीव्र नेटवर्क इंटीग्रेशन, 4जी कवरेज और क्षमता विस्तार पर है. इसकी वजह से हमारे ग्राहकों को अच्छा अनुभव हासिल हुआ है. हम 4जी डेटा डाउनलोड स्पीड के मामले में कई राज्यों में अगुआ रहे हैं.'

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क्या है एजीआर जिससे हुआ कंपनी को भारी घाटा

एडजस्टेड ग्रॉस रेवेन्यू (AGR) संचार मंत्रालय के दूरसंचार विभाग (DoT) द्वारा टेलीकॉम कंपनियों से ली जाने वाली यूजेज और लाइसेंसिग फीस है. इसके दो हिस्से होते हैं- स्पेक्ट्रम यूजेज चार्ज और लाइसेंसिंग फीस, जो क्रमश 3-5 फीसदी और 8 फीसदी होता है.

दूरसंचार विभाग का कहना था कि AGR की गणना किसी टेलीकॉम कंपनी को होने वाले संपूर्ण आय या रेवेन्यू के आधार पर होनी चाहिए, जिसमें डिपॉजिट इंट्रेस्ट और एसेट बिक्री जैसे गैर टेलीकॉम स्रोत से हुई आय भी शामिल हो. दूसरी तरफ, टेलीकॉम कंपनियों का कहना था कि AGR की गणना सिर्फ टेलीकॉम सेवाओं से होने वाली आय के आधार पर होनी चाहिए. सुप्रीम कोर्ट ने टेलीकॉम विभाग के पक्ष में आदेश दिया था. इससे वोडाफोन आइडिया को करीब 51,400 करोड़ रुपये का बकाया सरकार को चुकाना है.

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मार्च तिमाही में 11,643.5 करोड़ का घाटा

कंपनी ने कहा कि इस देनदारी के कारण कंपनी का कामकाम जारी रहने को लेकर गंभीर संदेह पैदा हुए. वोडाफोन आइडिया (वीआईएल) ने शेयर बाजार को बताया कि मार्च तिमाही के दौरान उसका शुद्ध नुकसान 11,643.5 करोड़ रुपये रहा, जो एक साल पहले की समान तिमाही के दौरान 4,881.9 करोड़ रुपये था और अक्टूबर-दिसंबर 2019 तिमाही में 6,438.8 करोड़ रुपये था. कंपनी ने बताया कि मार्च 2020 तिमाही के दौरान परिचालन से आय 11,754.2 करोड़ रुपये रही.

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