
जुलाई में 21 महीने के उच्च स्तर पर पहुंचने के बाद सेवा क्षेत्र का निक्की इंडिया पीएमआई इंडेक्स (सेवा क्षेत्र की कारोबारी गतिविधियां) अगस्त में घट गया है. अगस्त महीने में सर्विस सेक्टर पीएमआई 51.5 अंक रहा है.
सर्विस पीएमआई घटने की सबसे अहम वजह नए ऑर्डरों की संख्या घटना और लागत मुद्रास्फीति का बढ़ना है. सर्विस पीएमआई सेवा क्षेत्र की कंपनियों के परचेजिंग मैनेजरों के बीच सर्वे कर तैयार किया जाता है. इस सर्वे के आधार पर ही ये आंकड़े पेश किए गए हैं.
निक्की इंडिया पीएमआई इंडेक्स (सेवा क्षेत्र की कारोबारी गतिविधियां) अगस्त में 51.5 अंक पर आ गया है. जुलाई में यह 54.2 अंक था. जुलाई में इसने 21 महीने का सबसे ऊंचा स्तर छुआ था.
नये ऑर्डर की बात करें तो इस मामले में पिछले तीन महीनों के दौरान अगस्त में सबसे ज्यादा कमजोरी देखन को मिली. पीएमआई का 50 अंक से ऊपर रहना कारोबारी गतिविधियों में विस्तार का संकेत देता है. बल्कि इसका 50 से नीचे रहना, संकुचन कहलाता है.
आईएचएस मार्किट की अर्थशास्त्री और रिपोर्ट की लेखिका आशना डोढिया ने कहा कि अगस्त के सर्विस पीएमआई आंकड़े दिखाते हैं कि जुलाई के मुकाबले यह घटा है. दरअसल मार्च 2017 के बाद से अब तक नए कारोबार में काफी ज्यादा गिरावट देखने को मिली है.
इसके अलावा नवंबर 2017 के बाद रोजगार में भी कमी देखने को मिली है. इन दोनों फैक्टर का असर कहीं-न-कहीं सर्विस पीएमआई पर पड़ा है. जिसकी वजह से इसमें गिरावट आई है.