
इस साल कमजोर मॉनसून की खबर के बीच शेयर बाजार की कई दिनों की बढ़त पर बुधवार को ब्रेक लग गया. सप्ताह के तीसरे कारोबारी दिन सेंसेक्स 179.53 अंक लुढ़क कर 38,877.12 के स्तर पर बंद हुआ जबकि निफ्टी 69.25 अंक गिरकर 11,643.95 के स्तर पर रहा. कारोबार के शुरुआती मिनटों में सेंसेक्स 39,250 के स्तर पर पहुंच गया जबकि निफ्टी 11,750 के लेवल तक आ गया. इससे पहले मंगलवार को सेंसेक्स 185 अंक की तेजी के साथ 39,056 अंक के उच्चतम स्तर पर बंद हुआ. कारोबार के अंत में सेंसेक्स की यह बढ़त ऐतिहासिक है.
इन शेयरों में आई बढ़त
कारोबार के दौरान जिन शेयरों में बढ़त दर्ज की गई उनमें मारुति, एचसीएल, एचडीएफसी, टाटा स्टील, हीरो मोटोकॉर्प और पावर ग्रिड है. मारुति के शेयर में करीब 3 फीसदी की बढ़त दर्ज की गई जबकि एचसीएल और एचडीएफसी के शेयर 1 फीसदी से ज्यादा के बढ़त पर बंद हुए. गिरावट वाले शेयरों की बात करें तो एसबीआईएन, यस बैंक, भारती एयरटेल और एलएंडटी हैं. इनके शेयरों में 2 फीसदी से ज्यादा की गिरावट दर्ज की गई. इसके अलावा सनफार्मा और महिंद्रा एंड महिंद्रा के शेयर करीब 2 फीसदी तक फिसलन रही.
क्यों आई गिरावट
दरअसल, मौसम का पूर्वानुमान लगाने वाली एक निजी एजेंसी स्काईमेट ने बुधवार को कहा कि इस साल मानसून में ‘सामान्य से कम’ बारिश हो सकती है. इस वजह से निवेशक सहमे हुए नजर आए और बिकवाली बढ़ गई. स्काईमेट एजेंसी के मुताबिक मॉनसून के दीर्घकालिक औसत (एलपीए) का 93 फीसदी रहने की संभावना है. दरअसल, एलपीए की 90-95 फीसदी बारिश ‘सामान्य से कम’ वाली श्रेणी में आती है. 1951 से 2000 के बीच हुई कुल बारिश के औसत को एलपीए कहा जाता है और यह 89 सेमी है.