
कोरोना संकट काल के बीच अमेरिका के केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व ने अपने देश की इकोनॉमी को लेकर अनुमान जारी किए हैं. इन अनुमानों में यूएस की इकोनॉमी को लेकर चिंता जाहिर की गई है तो वहीं बेरोजगारी और जीडीपी के आंकड़ों में सुधार में लंबा समय लगने की बात कही गई है. यूएस फेड के इस अनुमान के बाद अमेरिकी शेयर बाजार में घबराहट का माहौल है. इसका असर भारतीय शेयर बाजार पर भी दिखा लेकिन बाद में रिकवरी दर्ज की गई.
भारतीय बाजार का क्या हाल
सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन की शुरुआत में भारतीय शेयर बाजार में बड़ी गिरावट आई. सेंसेक्स 900 अंक तक लुढ़क कर 33 हजार के नीचे कारोबार कर रहा था तो वहीं निफ्टी 250 अंक से ज्यादा टूटकर 9 हजार 600 के स्तर पर था. इस दौरान बीएसई इंडेक्स के सभी 30 शेयर लाल निशान पर थे. यानी सभी शेयर में बिकवाली आई है.
आखिरी घंटे में आई रिकवरी
हालांकि, कारोबार के आखिरी घंटे में सेंसेक्स और निफ्टी निचले स्तर से सुधर गए. दोपहर 3 बजे सेंसेक्स करीब 200 अंक से ज्यादा बढ़त के साथ कारोबार कर रहा था. इस दौरान, निफ्टी ने भी लंबी छलांग लगाई. कारोबार के अंत में सेंसेक्स 242.52 अंक या 0.72 फीसदी की बढ़त के साथ 33,780.89 अंक पर बंद हुआ. निफ्टी की बात करें तो 70.90 अंक या 0.72 फीसदी की बढ़त के साथ 9,972.90 अंक पर रहा.
कारोबार के अंत में बीएसई इंडेक्स
बता दें कि गुरुवार को सेंसेक्स 708.68 अंक या 2.07 प्रतिशत के नुकसान से 33,538.37 अंक पर बंद हुआ. अगर निफ्टी की बात करें तो ये 214.15 अंक या 2.12 प्रतिशत के नुकसान से 10,000 अंक से नीचे 9,902 अंक पर आ गया.
रुपये का क्या रहा हाल
अंतरबैंक विदेशी विनिमय बाजार में शुक्रवार को रुपया पांच पैसे टूटकर 75.84 प्रति डॉलर पर आ गया. शेयर बाजारों में उतार-चढ़ाव तथा विदेशी कोषों की निकासी से निवेशकों की धारणा प्रभावित हुई. फॉरेक्स डीलरों ने कहा कि निवेशकों की जोखिम लेने की क्षमता कम हुई है. कोविड-19 संक्रमण के दोबारा उबरने को लेकर चिंता बढ़ी है. बता दें कि गुरुवार को रुपया 75.79 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था.
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अमेरिकी बाजार में डर का माहौल
गुरुवार के कारोबार में अमेरिकी शेयर बाजार में बड़ी गिरावट आई. कारोबार के अंत में डाउ जोन्स 1,861.82 अंक या 6.90 फीसदी लुढ़क कर 25,128.17 अंक पर रहा. बता दें कि अमेरिका के केंद्रीय बैंक फेड रिजर्व ने कहा कि 2020 में अमेरिकी अर्थव्यवस्था की ग्रोथ 6.5 फीसदी संकुचित होगी और बेरोजगारी दर साल के अंत तक 9.3 फीसदी रहेगी. इसके साथ ही फेडरल रिजर्व ने ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया.