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छोटे शहरों का इंफ्रा सुधार कर राज्यों में अग्रणी बना रहेगा कर्नाटक

इंडिया टुडे स्टेट ऑफ स्टेट कॉन्क्लेव के कर्नाटक चैप्टर की शुरुआत कर्नाटक ऑन दि फास्ट ट्रैक सेशन से हुई. इस सेशन में कर्नाटक के इंडस्ट्री मंत्री आर वी देशपांडे और मनीपाल ग्लोबल एजुकेशन के चेयरमैन मोहनदास पाई ने की. इस सेशन का संचालन इंडिया टुडे के मैनेजींग एडिटर राहुल कंवल ने किया.

उदारवाद की राह पर चलने से राज्यों के बीच प्रतियोगिता का माहौल बनाया उदारवाद की राह पर चलने से राज्यों के बीच प्रतियोगिता का माहौल बनाया
राहुल मिश्र
  • बंगलुरू,
  • 26 सितंबर 2017,
  • अपडेटेड 6:43 PM IST

इंडिया टुडे स्टेट ऑफ स्टेट कॉन्क्लेव के कर्नाटक चैप्टर की शुरुआत कर्नाटक ऑन दि फास्ट ट्रैक सेशन से हुई. इस सेशन में कर्नाटक के इंडस्ट्री मंत्री आर वी देशपांडे और मनीपाल ग्लोबल एजुकेशन के चेयरमैन मोहनदास पाई ने की. इस सेशन का संचालन इंडिया टुडे के मैनेजींग एडिटर राहुल कंवल ने किया.

इस मौके पर बोलते हुए आरवी देशपांडे ने कहा कि 1991 में उदारवाद की राह पर चलने से राज्यों के बीच प्रतियोगिता का माहौल बनाया. इस माहौल का सबसे ज्यादा फायदा निश्चित तौर पर कर्नाटक को मिला और राज्य में बड़े निवेश का रास्ता साफ हुआ. देशपांडे ने कहा कि निवेश किसी भी राज्य की अर्थव्यवस्था के लिए बेहद अहम है.

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देशपांडे के मुताबिक पूर्व प्रधानमंत्री नरसिंम्हा राव और मनमोहन सिंह ने देश में निवेश का माहौल सुधारने के लिए बेहद अहम योगदान दिया है. फर्स्ट ग्लोबल इनवेस्टर मीट 2000 में कर्नाटक में आयोजित हुई जिसके बाद ही देश के अन्य राज्यों ने इसे आयोजित करना शुरू किया. आज हम ईज ऑफ डूइंग बिजनेस की बात करते हैं लेकिन महाराजा ऑफ मैसूर के समय से अभी तक राज्य की सभी सरकारों को एक बात साफ थी कि कर्नाटक में इंडस्ट्री को विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए और यह इसी का नतीजै है कि इंडस्ट्री के क्षेत्र में कर्नाटक एक अग्रणी राज्य है.

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ऐसे समय में जब देश को नौकरी की जरूरत है राष्ट्रीय आंकड़े नकारात्मक है. कर्नाटक की ताकत ह्यूमन रिसोर्स में है. राहुल कंवल के सवाल कि कर्नाटक को इंडस्ट्री के क्षेत्र में अग्रणी बनाने के लिए पूर्व की सरकारों ने क्या रणनीति बनाई. देशपांडे ने बताया कि मौजूदा सरकार ... मोहनदास पाई ने कहा कि हमें छोटे शहरों के विकास पर ध्यान देना होगा. अमेरिका और चीन में 50 फीसदी से अधिक विकसित अर्बन एरिया है. अब कर्नाटक को बड़े शहरों से निकलकर छोटे शहरों के विकास पर ध्यान देना होगा जिससे राज्य पूरे देश के लिए अग्रणी भूमिका में बना रहे. साथ ही पाई ने जोर दिया कि दोनों उत्तर और दक्षिण भारत की इंफ्रा इंटरलिंकिंग के काम को 10 साल के समय में पूरा करने लिया जाना चाहिए क्योंकि उसके बाद दौर ऑटोमेशन का शुरू हो जाएगा.

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