
अपने फाउंडर वी.जी. सिद्धार्थ के गायब होने से चर्चा में आए भारत के सबसे बड़े कॉफी चेन कैफे कॉफी डे पर कुल 6,547.38 करोड़ रुपये का कर्ज है. कंपनी के नतीजों के मुताबिक एक साल के भीतर इसके कर्ज में 64 फीसदी की भारी बढ़ोतरी हुई है.
कंपनी द्वारा वित्त वर्ष 2018-19 के लिए जारी अन-ऑडिटेड नतीजों के मुताबिक मार्च 2019 तक के एक साल में इसके कर्जों में 64 फीसदी का भारी इजाफा हुआ है. वी.जी. सिद्धार्थ सोमवार शाम को मंगलुरु के एक नदी किनारे से रहस्यमय तरीके से गायब हो गए हैं. सोशल मीडिया पर शेयर हो रहे एक कथित लेटर में उन्होंने कहा है कि वह कंपनी को मुनाफे में न चला पाने की विफलता की वजह से दबाव में थे.
हालांकि उनकी इस स्वीकारोक्ति पर भी संदेह हो रहा है. दिसंबर, 2018 तक की तिमाही में कॉफी डे का कंसोलिडेटेड रेवेन्यू 996.51 करोड़ रुपये और इसका नेट प्रॉफिट 73.15 करोड़ रुपये रहा है. एक साल पहले के 27.99 करोड़ रुपये की तुलना में मुनाफा करीब ढाई गुना बढ़ गया.
आईटी कंपनी माइंडट्री के अपने शेयरों को बेचने से भी उन्हें करीब 3,269 करोड़ रुपये मिले थे. इस तरह इस निवेश से आठ साल में उन्हें करीब 2,858 करोड़ रुपये का फायदा हुआ. सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनॉमी (CMIE) के आंकड़ों के मुताबिक कंपनी का सकल कर्ज 63.54 फीसदी बढ़कर मार्च 2018 की तुलना में मार्च 2019 में 6,547.38 करोड़ रुपये पहुंच गया.
अपने लेटर में वी.जी. सिद्धार्थ ने कथित रूप से कहा है, 'उनका इरादा कभी भी किसी को धोखा देने या गुमराह करने का नहीं है. लेकिन वह एक प्राइवेट इक्विटी पार्टनर का दबाव आगे सहन नहीं कर सकते.' कॉफी कैफे डे मुनाफे में है, लेकिन स्टार बक्स जैसे विदेशी खिलाड़ियों के आने से इस बाजार में प्रतिस्पर्धा बढ़ती जा रही है. दिसंबर, 2018 तक देश के 250 शहरों में कॉफी कैफे डे के 1,751 आउटलेट थे. कॉफी डे की साल 2018 की वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार, वी.जी. सिद्धार्थ कॉफी डे ग्लोबल लिमिटेड में मैनेजिंग डायरेक्टर और सिवन सिक्यूरिटीज प्राइवेट लिमिटेड, इत्तियम सिस्टम्स प्राइवेट लिमिटेड और कॉफी डैट रिजॉर्ट्स प्राइवेट लिमिटेड में डायरेक्टर हैं.
कर्नाटक में 1996 में ही सिद्धार्थ ने युवाओं के हैंगआउट के लिए कैफे कॉफी डे की शुरुआत की. ऐसा पहला आउटलेट बंगलौर में खोला गया. उनका यह कॉन्सेप्ट युवाओं में काफी लोकप्रिय रहा. कैफे कॉफी डे में हर दिन करीब 50,000 विजिटर्स आते हैं.
(www.businesstoday.in से साभार)