Advertisement

विजय माल्या की दो टूक- प्रत्यर्पण का नहीं है आधार, नहीं छोड़ूंगा इंग्लैंड

भारत की प्रत्यर्पण की कोशिशों को धता करते हुए विजय माल्या ने न्यूज एजेंसी राइटर के हवाले से दावा किया है कि भारत सरकार के पास उनके प्रत्यर्पण के लिए पर्याप्त आधार नहीं है और वह इंग्लैंड नहीं छोड़ेंगे. माल्या ने कहा कि वह महज देश के दो राजनीतिक दलों के आपसी झगड़े में फुटबाल बनाए जा चुके हैं.

विजय माल्या का दावा, नहीं है प्रत्यर्पण का आधार विजय माल्या का दावा, नहीं है प्रत्यर्पण का आधार
राहुल मिश्र
  • नई दिल्ली/लंदन,
  • 23 फरवरी 2017,
  • अपडेटेड 9:27 AM IST

भारत की प्रत्यर्पण की कोशिशों को धता करते हुए विजय माल्या ने न्यूज एजेंसी राइटर के हवाले से दावा किया है कि भारत सरकार के पास उनके प्रत्यर्पण के लिए पर्याप्त आधार नहीं है और वह इंग्लैंड नहीं छोड़ेंगे. माल्या ने कहा कि वह महज देश के दो राजनीतिक दलों के आपसी झगड़े में फुटबाल बनाए जा चुके हैं.

प्रवर्तन निदेशालय और सीबीआई ने शराब करोबारी और करोड़पति कर्जदार विजय माल्या को किंगफिशर लोन मामले में भारत लाने की कोशिशें तेज कर दी है. विदेश मंत्रालय ने भारत-इंग्लैंड के बीच संधि का सहारा लेते हुए इंग्लैंड सरकार से माल्या के प्रत्यर्पण की अपील कर चुकी है. इंग्लैंड सरकार को अब इस अपील पर फैसला लेना है.

Advertisement

देश में अपने शराब और एयरलाइन्स कारोबार से हमेशा सुर्खियों में रहे विजय माल्या पर लगभग एक दर्जन बैंकों से किंगफिशर एयरलाइन्स के नाम पर 9000 करोड़ रुपये कर्जा लेकर धांधली करने का आरोप है. अपने बचाव में विजय माल्या ने एक बार फिर दावा किया है कि बैंक से लिए कर्ज से एक रुपए का भी गलत इस्तेमाल उन्होंने नहीं किया है.

लंदन में फॉर्मूला 1 रेसिंग के लिए अपनी कार लांच करते वक्त माल्या ने कहा कि भारत के सरकारी बैंक देश की सबसे बड़ी एयरलाइन्स के विफल हो जाने पर खुद की जिम्मेदारी उनके ऊपर लाद रहे हैं. माल्या ने कहा कि लोन की रिकवरी पूरी तरह से सिविल कोर्ट का मामला है.

लेकिन केन्द्र सरकार के दबाव में सीबीआई ने पूरे मामले को क्रिमिनल केस में बदल दिया है जिससे उन्हें गिरफ्तार किया जा सके. इसके बाद उनपर फ्रॉड और मनी-नॉन्डरिंग का मामला दर्ज किया गया है.

Advertisement

माल्या ने दावा राइटर से दावा किया कि वह कानूनी लड़ाई लड़ेंगे क्योंकि भारत सरकार के पास उनके खिलाफ किसी कारवाई के लिए पर्याप्त आधार नहीं है.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement