
देश के शेयर बाजारों में शुक्रवार को गिरावट देखी गई. प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 329.26 अंकों की गिरावट के साथ 26,230.66 पर और निफ्टी 106.10 अंकों की गिरावट के साथ 8,086.80 पर बंद हुआ. बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स सुबह 122.55 अंकों की गिरावट के साथ 26,437.37 पर खुला और 329.26 अंकों या 1.24 फीसदी गिरावट के साथ 26,230.66 पर बंद हुआ. दिनभर के कारोबार में सेंसेक्स ने 26,463.06 के ऊपरी और 26,182.93 के निचले स्तर को छुआ.
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी सुबह 39.35 अंकों की गिरावट के साथ 8,153.55 पर खुला और 106.10 अंकों या 1.30 फीसदी गिरावट के साथ 8,086.80 पर बंद हुआ. दिनभर के कारोबार में निफ्टी ने 8,159.30 के ऊपरी और 8,070.05 के निचले स्तर को छुआ.
पूरे हफ्ते कैसी रही शेयर बाजार की चाल
मौजूदा कारोबारी सप्ताह में शेयर बाजार के प्रमुक सेंस्टिव इंडेक्स बीएसई सेंसेक्स ने सोमवार को 26,350 के स्तर पर कारोबार की शुरुआत की थी. लगातार सोमवार और मंगलवार को सेंसेक्स पर तेजी का माहौल रहा और मंगलवार को सेंसेक्स सप्ताह के उच्चतम स्तर 26,652 के स्तर पर जाकर बंद हुआ, यानी पहले दो दिन के कारोबार में 302 अंकों की उछाल मिली. बुधवार का दिन वापस सेंसेक्स पर गिरावट के साथ आया और आखिरी तीन कारोबारी दिन में लगातार जारी गिरावट के बाद शुक्रवार को सेंसेक्स 422 अंक गिरकर सप्ताह के न्यूनतम स्तर पर बंद हुआ.
सोने की कीमत में जारी रही गिरावट
नोटबंदी शुरू होने के बाद लगातार 16 दिन तक बुलियन मार्केट बंद रहा. बुलियन मार्केट की शुरुआत सोमवार को हुई और पहले कारोबारी दिन ही सोने की कीमत में 1750 रुपये की गिरावट दर्ज हुई. पहले दिन की इस गिरावट के साथ बाजार में 10 ग्राम सोना 29,400 रुपये (दिल्ली) के स्तर पर आ गया. वहीं हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन शुक्रवार को दिल्ली सर्राफा बाजार में 10 ग्राम सोने की कीमत 28,200 रुपये के स्तर पर आ गया. वहीं शुक्रवार को केन्द्र सरकार ने ज्वैलरी एक्सपोर्टर्स की इंपोर्ट ड्यूटी घटाने की मांग को नकार दिया जिससे उम्मीद है कि अब अगले कारोबारी हफ्ते में सोने की कीमत पर दबाव जारी रहेगा.
इटली के जनमत संग्रह से दबाव की उम्मीद
बाजार के जानकारों की मानें तो अगले हफ्ते बाजार की चाल पर रविवार को इटली में होने वाले जनमत संग्रह का असर पड़ता दिखाई देगा. जनमत संग्रह के फैसले से बाजार में एक बार फिर अस्थिरता देखने को मिल सकती है. यदि इटली के प्रधानमंत्री को इस्तीफा देना पड़ा तो जाहिर है कि वैश्विक बाजार पर इसका नकारात्मक रुझान देखने को मिलेगा. तो निश्चित तौर पर बाजार पर इसका निगेटिव असर पड़ेगा.
क्रूड में तेजी से भारत पर बढ़ेगा दबाव
कच्चे तेल के उत्पादन को लेकर ओपेक देशों में बनी सहमति के साथ ही ग्लोबल मार्केट में कच्चे तेल की कीमतों में इजाफा दर्ज होना शुरू हो सकता है. इससे विकासशील देशों के लिए परेशानी की शुरुआत भी लेकिन कच्चे तेल की कीमतों में स्थिरता आने से वैश्विक बाजार को फायदा होगा.
अगले हफ्ते उर्जित पटेल से बड़ी उम्मीद
अगले हफ्ते बुधवार को केन्द्रीय रिजर्व बैंक के गवर्नर उर्जित पटेल अपनी द्विमासिक मॉनिटरी पॉलिसी ला रहे हैं. उम्मीद है कि जहां पूरा देश बीते 3 हफ्ते से नोटबंदी के प्रभाव से परेशान है, अपनी नई नीति में उर्जित पटेल ब्याज दरों में उम्मीद के मुताबिक कटौती का ऐलान कर सकते हैं. इस उम्मीद पर अगले हफ्ते बाजार में तेजी का माहौल देखने को मिल सकता है.