
हिंडनबर्ग नाम का एक तूफान आता है, और गौतम अडानी का पूरा का पूरा साम्राज्य हिल जाता है. भारत से लेकर पूरी दुनिया में इस वक्त सिर्फ और सिर्फ अडानी की चर्चा हो रही है. कहां तो केवल 10 दिन पहले गौतम अडानी दुनिया के चौथे सबसे अमीर आदमी थे. लेकिन अब उनकी संपत्ति रसातल में जा रही है. हिंडनबर्ग से मिले झटके के बाद अडानी ग्रुप के शेयर लगातार औंधे मुंह गिरते जा रहे हैं. एक अनुमान के मुताबिक अडानी को 10 दिन में करीब 9 लाख करोड़ रुपये का घाटा हो चुका है. शुक्रवार को गौतम अडानी से जुड़ी कई बुरी खबरें आईं. लेकिन इस बीच एक अच्छी खबर ने सारा माहौल बदल दिया. अडानी ग्रुप को लेकर बड़े 10 अपडेट्स, जो सुर्खियों में रहीं.
1. संसद में अडानी पर हंगामा: बीते दो दिनों से अडानी के नाम पर संसद ठप हैं, बजट पेश हो चुका है. लेकिन बजट पर चर्चा नहीं हुई हैं, विपक्ष इसी बात पर अड़ा है, जब तक जेपीसी का गठन नहीं होता तब तक संसद नहीं चलेगी, मतलब ये हंगामा अभी थमने वाला नहीं है. एक तरफ स्टॉक मार्केट में अडानी के शेयर लुढ़क रहे है तो दूसरी तरफ विपक्ष पूर तरह लामबंद है.
2. डाउ जोंस ने दिया सुबह पहला झटका: शुक्रवार की सुबह में अमेरिका की स्टॉक एक्सचेंज डाउ जोंस से अडानी के लिए बुरी खबर आती है. पता चलता है कि डाउ जोंस के सस्टेनबिलिटी इंडेक्स से अडानी एंटरप्राइजेज को बाहर कर दिया है. इस खबर के आते ही अडानी एंटरप्राइजेज के शेयरों में 35% तक की गिरावट देखी गई. हालांकि कारोबार में अंत में केवल दो फीसदी की गिरावट दर्ज की गई.
3. अडानी ग्रुप के शेयरों में भारी गिरावट: हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद से ही अडानी ग्रुप के शेयरों में भारी गिरावट का सिलसिला जारी है. 24 जनवरी को अडानी एंटरप्राइजेज का जो शेयर 3,442 रुपये का था, वो 3 फरवरी को गिरकर 1530 रुपये पर पहुंच गया. अडानी ट्रांसमिशन का शेयर जो 24 जनवरी को 2,762 रुपये का था, वो 3 फरवरी को 1396 रुपये आ गया, यानी 50 फीसदी गिरावट दर्ज की गई. अडानी पोर्ट्स का शेयर भी 24 जनवरी को 751 रुपये के मुकाबले शुक्रवार को 488 रुपये पर बंद हुआ. लगातार 7 दिन से चल रही गिरावट के बीच अडानी ग्रुप कंपनियों के मार्केट कैप में करीब 9 लाख करोड़ की कमी आई है.
4. अडानी ग्रुप को इन बैंकों ने दिया कर्ज: अडानी ग्रुप की कंपनियों को एसबीआई समेत देश के कई बैंकों ने 81,200 करोड़ रुपये लोन दिया है. एसबीआई ने आरबीआई को बताया है कि उसने अडानी ग्रुप को 23000 करोड़ रुपये लोन दिया है. वहीं पंजाब नेशनल बैंक ने बताया है कि उसने अडानी ग्रुप को 7000 करोड़ का लोन दिया है. एसबीआई के चेयरमैन की ओर से कहा गया है कि अडानी ग्रुप को दिये लोन को लेकर लोगों को डरने की जरूरत नहीं है. RBI ने देश के सभी बैंकों से अडानी ग्रुप को दिए कर्ज और निवेश का ब्योरा मांगा है. हालांकि, बैंकों ने कहा है कि अडानी ग्रुप में उनका निवेश सुरक्षित है.
5. एलआईसी का अडानी ग्रुप में कितना निवेश: एलआईसी ने अडानी ग्रुप के बॉन्ड और इक्विटी ने 36.474.78 करोड़ रुपये निवेश किया है. हिंडनबर्ग की रिपोर्ट से पहले इस निवेश की वैल्यू डबल यानी 77000 करोड़ रुपये थी. एलआईसी का भी कहना है कि अडानी ग्रुप में मचे कोहराम से उनपर कोई असर नहीं पड़ेगा.
6. टॉप-20 अमीरों की लिस्ट से अडानी बाहर: हिंडनबर्ग की रिपोर्ट ने दुनिया में अरबपतियों की लिस्ट में 2 नंबर तक पहुंचे गौतम अडानी को 21वें पायदान पर पहुंचा दिया. इस वक्त फॉर्ब्स की रियल टाइम रेटिंग में अडानी दुनिया के सबसे अमीर लोगों की लिस्ट में 17वें पायदान पर खड़े हैं. उनकी नेटवर्थ 61.9 अरब डॉलर पर पहुंच चुकी है. जबकि इससे पहले ब्लूमबर्ग की बिलेनियर इंडेक्स में शुक्रवार की सुबह अडानी को दुनिया के सबसे अमीर लोगों की 21वें नंबर तक खिसका दिया. इस साल अदाणी 48.5 अरब डॉलर की नेटवर्थ गंवा चुके हैं.
7. NSE की पैनी नजर: NSE ने अडानी ग्रुप के तीन शेयरों को शॉर्ट टर्म के लिए एडिशनल सर्विलांस मेजर्स (ASM) लिस्ट में शामिल किया है. इनमें अडानी पोर्ट, अडानी एंटरप्राइजेज, और अबुंजा सीमेंट शामिल है. ASM निगरानी का एक तरीका है, जिसके जरिए मार्केट के रेगुलेटर सेबी और मार्केट एक्सचेंज BSE, NSE इस पर नजर रखते हैं. इसका लक्ष्य निवेशकों के हितों की रक्षा करना है.
8. मूडीज का भी मूड खराब: इस मामले में रेटिंग एजेंसी मूडीज का बयान आया है. एजेंसी ने कहा- अडानी ग्रुप की नकदी की स्थिति का आंकलन किया जाएगा. अभी उनके लिए फंड जुटाना मुश्किल होगा. जबकि इससे पहले स्विट्जरलैंड की कंपनी क्रेडिट सुईस ने मार्जिन कर्ज देने के लिए समूह के बॉन्ड को गारंटी के रूप में स्वीकारना बंद कर दिया. सिटी ग्रुप ने भी कंपनी की लैंडिंग वैल्यू हटा दी.
9. बांग्लादेश से भी झटका: इस बीच बांग्लादेश सरकार ने अडानी ग्रुप के साथ एनर्जी सेक्टर में डील में संशोधन की मांग की है. बांग्लादेश पावर डेवलपमेंट बोर्ड ने गुरुवार को अडानी पावर को चिट्ठी लिखी. इसमें बिजली खरीदी की कीमतों में बदलाव करने की मांग की है. BPDC का कहना है कि उसे महंगी दर पर बिजली मिल रही है. BPDC ने नवंबर 2017 में 25 साल के लिए 1496 मेगावाट बिजली की आपूर्ति के लिए अडाणी पावर से डील की थी.
10. फिच रेटिंग ने दी खुशखबरी: शुक्रवार एक के बाद एक बुरी खबर के बीच अडानी ग्रुप को फिच रेटिंग्स से खुशखबरी मिली. फिच रेटिंग एजेंसी का कहना है कि अडानी ग्रुप की कंपनियों या सिक्योरिटीज की रेटिंग पर तत्काल प्रभाव नहीं पड़ेगा. फिच रेटिंग ये भी कहती है कि उसे उम्मीद है कि अडानी ग्रुप के कैश फ्लो के पूर्वानुमान में कोई बड़ा बदलाव नहीं होगा. शॉर्ट टर्म में कोई बड़ी ऑफशोर बॉन्ड मैच्योरिटी नहीं है. दिसंबर 2024 में अडानी एनर्जी के बॉन्ड की मैच्योरिटी है. जिसके बाद अडानी ग्रुप के शेयरों की चाल बदल गई. अडानी पोर्ट और अम्बुजा सीमेंट के शेयर हरे निशान में बंद हुए, जबकि अडानी एंटरप्राइजेज के शेयरों में जोरदार रिकवरी देखने को मिली.