
पहले कोरोना महामारी का प्रकोप, फिर चरम पर महंगाई और मंदी का बढ़ता खतरा ब्रिटेन के लिए बड़ी समस्या का सबब बना हुआ है. देश के लोगों के साथ ही किंग चार्ल्स (King Charles III) भी जीवन यापन की बढ़ती लागत को लेकर बेहद चिंतित हैं. ऐसे में उन्होंने एक बड़ा फैसला लिया है जो उनके महल बकिंघम पैलेस (Buckingham Palace) के कर्मचारियों के लिए राहत भरा है. दरअसल, किंग ने अपनी कमाई से सभी कर्मचारियों को बोनस देने का फैसला किया है.
किंग चार्ल्स को सता रही ये चिंता
बीबीसी पर छपी द सन की रिपोर्ट में बताया गया कि King Charles III अपने महल के कर्मचारियों को उनके वेतन के हिसाब से 600 पाउंड तक का बोनस देंगे. खास बात ये है कि बोनस की रकम किंग की निजी कमाई से बांटी जाएगी. इसमें कहा गया है कि देश में बढ़ती महंगाई और जीवन यापन की बढ़ती लागत ने किंग चार्ल्स को चिंता में डाल दिया है. इससे अपने शाही कर्मचारियों को राहत देने के लिए उन्होंने अपने सभी कर्मचारियों को बोनस देने का वादा किया है.
इन कर्मचारियों को मिलेगा बोनस
रिपोर्ट के मुताबिक, बकिंघम पैलेस के जिन कर्मचारियों को बोनस दिया जाएगा, उनमें महल के सफाईकर्मी, नौकर, चपरासी और फुटमैन समेत अन्य कर्मचारी शामिल हैं. किंग चार्ल्स के वादे के मुताबिक, जिन शाही कर्मचारियों का मासिक वेतन 30,000 पाउंड से कम है, उन्हें 600 पाउंड का बोनस मिलेगा, जबकि इससे अधिक कमाने वाले कर्मचारियों को कम बोनस दिया जाएगा. 2020-2021 के शाही खातों के अनुसार, महल में 491 पूर्णकालिक कर्मचारी कार्यरत हैं.
कम कमाने वाले कर्मचारियों को ज्यादा मदद
शाही महल के जो कर्मचारी 30,000 से 40,000 पाउंड का मासिक वेतन लेते हैं, उन्हें बोनस के रूप में एकमुश्त 400 पाउंड की राशि दी जाएगी. वहीं जिन कर्मचारियों का वेतन 40,000 से 45,000 के बीच है, उन्हें किंस चार्ल्स की निजी कमाई से 350 पाउंड का बोनस दिया जाएगा. रिपोर्ट में सूत्रों ने बताया कि राजा महल में काम कर रहे सबसे कम कमाने वालों को अपनी जेब से पैसे दे रहे हैं जिससे उन्हें जीवन यापन की बढ़ती लागत से निपटने में मदद मिल सके.
मंदी के खतरे से जूझ रहा ब्रिटेन
कोरोना महामारी के बाद ब्रिटेन आर्थिक संकट से गुजर रहा है और देश में मंदी को लेकर भविष्यवाणी की जा रही है. ऐसे में सबसे ज्यादा नुकसान की आशंका कम आय वाले लोगों को होने की है. इसी बात को लेकर किंग चार्ल्स III चिंतित हैं. किंग का शाही कर्मचारियों को बोनस बांटने का फैसला कहीं न कहीं देश की आर्थिक स्थिति की वास्तविकता को दर्शाता है. हालांकि, बोनस की इस खबर को लेकर बकिंघम पैलेस ने फिलहाल किसी भी टिप्पणी से इनकार किया है.