
Dhanteras 2021 Investing in gold: धनतेरस पर सोना खरीदना शुभ माना जाता है. धनतेरस पर अक्सर लोग गोल्ड कॉइन, बार, ज्वैलरी, डिजिटल गोल्ड आदि कई तरह से सोने में निवेश करते हैं. सोना ऐसा सदाबहार साधन है जो लोगों को रिटर्न के मामले में निराश भी नहीं करता. आइए जानते हैं सोने में निवेश से अगले एक साल में कितना रिटर्न मिल सकता है.
पिछले साल दिवाली से इस दिवाली के बीच की बात करें तो गोल्ड की कीमत में ज्यादातर ठहराव रहा है. लेकिन पिछले कुछ महीनों में सोने में काफी उतार-चढ़ाव देखा गया. इसके पहले साल 2019 में गोल्ड की कीमत में 52 फीसदी की बढ़त हुई थी. तो साल 2020 में इसमें 25 फीसदी की बढ़त हुई थी.
इसके बावजूद सोने को काफी सुरक्षित निवेश विकल्प माना जाता है. यही नहीं दुनिया में जब भी कोई उथल-पुथल, अनश्चितता का दौर होता है, तब सोने की लोकप्रियता बढ़ जाती है.
खूब बढ़ी मांग
हालांकि इस साल 2021 यानी इस साल गोल्ड कीमत ज्यादा नहीं बढ़ पाई. इस साल जनवरी से अब तक सोना 47,000 से 49,000 के बीच कारोबार करता रहा. साल 2020 में कोरोना संकट के दौरान लॉकडाउन और अन्य वजहों से गोल्ड की डिमांड काफी कम हो गई थी, लेकिन इस साल इसमें काफी तेजी से बढ़त हुई है. वर्ल्ड गोल्ड कौंसिल की एक रिपोर्ट के अनुसार, सितंबर तिमाही में गोल्ड की मांग में करीब 47 फीसदी बढ़त हो गई है.
क्यों करना चाहिए गोल्ड में निवेश?
सोने में वह सभी गुण हैं जो पारंपरिक निवेशक एक एसेट क्लास में देखता है. कई बार सोने की कीमतों में गिरावट देखी गई है, लेकिन यह हमेशा मजबूती के साथ वापसी करता है, यहां तक कि कई बार यह अच्छे बॉन्ड और शेयरों को भी पीछे छोड़ देता है. इसकी लिक्विडिटी आसान होती है यानी जरूरत पड़ने पर आप सोने में निवेश को काफी आसानी से नकदी में बदल सकते हैं.
कितना मिल सकता है रिटर्न
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज (Motilal Oswal Financial Services) की एक रिपोर्ट में अनुमान लगाया है कि अगले 12 महीने यानी अगले दिवाली तक गोल्ड 52,000 से 53,000 रुपये तक पहुंच सकता है. गौरतलब है कि अभी 24 कैरेट गोल्ड की बाजार कीमत करीब 49,000 रुपये है. यानी एक साल में गोल्ड में करीब 8 फीसदी के रिटर्न की उम्मीद की जा सकती है. यह एफडी या बैंक जमा के मुकाबले काफी ज्यादा है और महंगाई के औसत से भी काफी ज्यादा है.