
आपने 2000 रुपये का गुलाबी नोट आखिरी बार कब देखा था...कुछ याद है? जरा याद तो करिए कि एटीएम से 2000 रुपये के नोट निकलने के बाद इसे छुट्टा कराने के लिए आखिरी बार कब दुकान-दर-दुकान भटके थे. शायद लंबा वक्त हो गया होगा, क्योंकि 2000 रुपये के गुलाबी नोटों का सर्कुलेशन इन दिनों कम हो गया है. हमारी करेंसी (Currency) के सबसे बड़े नोट को लेकर सरकार ने संसद में जानकारी भी दी थी. इसके अलावा अपनी वार्षिक रिपोर्ट में रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने भी नोट के सर्कुलेशन में आई कमी की वजह बताई थी.
सांसद ने पूछा था सवाल
मार्च 2023 में लोकसभा में सांसद संतोष कुमार ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से 2000 रुपये के नोट को लेकर सवाल पूछे थे. उन्होंने पूछा था कि क्या रिजर्व बैंक ने बैंकों पर 2000 रुपये के नोट को एटीएम से जारी करने पर प्रतिबंध लगाया है? अगर हां तो इसकी जानकारी देनी चाहिए. साथ ही उन्होंने पूछा था कि क्या रिजर्व बैंक ने 2000 रुपये के नोटों की छपाई बंद कर दी है?
वित्त मंत्री ने दिया था जवाब
जवाब में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा था कि ATM में 2000 रुपये के नोट भरने या न भरने के लिए बैंकों को कोई निर्देश नहीं दिया गया है. बैंक कैश वेंडिंग मशीनों को लोड करने के लिए अपनी पसंद खुद चुनते हैं. वो आवश्यकता का आकलन करते हैं. वित्त मंत्री ने कहा था कि RBI की वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार, साल 2019-20 के बाद से 2000 रुपये के नोट की छपाई नहीं हुई है.
दिसंंबर में भी संसद में उठा था मामला
इससे पहले दिसंबर 2022 में भारतीय जनता पार्टी के नेता और राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने भी पिछले साल दिसंबर में सर्कुलेशन से गायब हो रहे 2000 रुपये के नोटों को लेकर सवाल पूछा था. उन्होंने सरकार से पूछा था कि मार्केट में गुलाबी रंग के 2000 रुपये के नोटों का दर्शन दुर्लभ हो गया है. एटीएम से भी ये नहीं निकल रहा है. इस वजह से अफवाह है कि अब ये वैध नहीं है.
नोटबंदी के बाद जारी हुआ था 2000 रुपये का नोट
रिजर्व बैंक ने अपनी वार्षिक रिपोर्ट में 2000 रुपये के नोट को लेकर बड़ी जानकारी दी थी. रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की वार्षिक रिपोर्ट के मुताबिक, वित्त वर्ष 2019-20, वित्त वर्ष 2020-21 और वित्त वर्ष 2021-22 में 2000 रुपये के एक भी नोट नहीं छापे गए हैं. इस वजह से बाजार में 2000 रुपये के नोटों का सर्कुलेशन घटा है. बता दें कि नवंबर 2016 में हुई नोटबंदी के बाद 2000 रुपये के नोट को रिजर्व बैंक ने जारी किया था.
8 नवंबर 2016 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ऐलान के बाद 500 और 1000 रुपये के सभी नोट चलन से बाहर हो गए थे. इन करेंसी की जगह रिजर्व बैंक ने 500 और 2000 रुपये के नए नोट जारी किए थे. रिजर्व बैंक का मानना था कि 2000 रुपये का नोट उन नोट की वैल्यू की भरपाई आसानी से कर देगा, जिन्हें चलन से बाहर कर दिया गया था. रिपोर्ट के अनुसार, 2000 रुपये के नोट को जारी करने से बाकी नोटों की जरूरत कम पड़ी थी.
पूरी तरह से अभी वैध है 2000 का नोट
देश में 2000 के नोट सबसे ज्यादा चलन में वर्ष 2017-18 के दौरान रहे. इस दौरान बाजार में 2000 के 33,630 लाख नोट चलन में थे. इनका कुल मूल्य 6.72 लाख करोड़ रुपये था. 2021 में केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने लोकसभा में ये जानकारी दी थी कि पिछले दो साल से 2000 रुपये के एक भी नोट की छपाई नहीं हुई है.
दरअसल, RBI सरकार के साथ साथ बातचीत करने के बाद नोटों की छपाई को लेकर निर्णय करती है. अप्रैल 2019 के बाद से केंद्रीय बैंक ने 2000 रुपये का एक भी नोट नहीं छापा है. हालांकि, 2000 रुपये के नोट अभी भी पूरी तरह से वैध हैं. इनकी छपाई को लेकर कोई भी ताजा जानकारी अभी सामने नहीं आई है.